कॉरपोरेट जगत की बड़ी-बड़ी कंपनियों से राजनीतिक दलों को काफी चंदा मिलता है। इसे लेकर राजनीति में पारदर्शिता के लिए काम करने वाली संस्था एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR)ने रिपोर्ट जारी की है। इसके अनुसार पार्टियों को सबसे ज्यादा प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट (Prudent Electoral Trust) ने दी है। इसने एक ही साल में 38 बार भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस 38 बार चंदा दिया है। दोनों पार्टियों को इससे कुल 247 करोड़ रुपये का डोनेशन मिला है। ऐसे में आइए जानते हैं Prudent Electoral Trust के बारे में।

क्या है Prudent Electoral Trust- प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट देश का सबसे अमीर इलेक्टोरल ट्रस्ट है। कॉरपोरेट जगत से राजनीतिक पार्टियों को मिलने वाले डोनेशन का लगभग 90 फीसदी हिस्सा इसके पास रहता है। इसे पहले सत्य इलेक्टोरल ट्रस्ट के नाम से जाना जाता था।

भाजपा को मिलता है सबसे ज्यादा फंड- प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट साल 2013-14 से भाजपा का सबसे ज्यादा फंड देने वालों में शामिल रहा है। वहीं कांग्रेस के शेयर में गिरावट आई है। दोनों पार्टियों मिलने वाले चंदे में फर्क बहुत ज्यादा है। 2019-20 में भाजपा को 216.75 करोड़ और कांग्रेस को सिर्फ 31 करोड़ रुपये मिला है।

ये कंपनियां देती हैं चंदा- भारती एयरटेल की पैरेंट कंपनी भारती एंटरप्राइजेज से समर्थित प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट को फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज, इंफ्रास्ट्रक्चर फर्म मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर इंडिया लिमिटेड, भारती एयरटेल, भारती इंफ्राटेल और फिलिप्स कार्बन ब्लैक से प्रमुख रूप से चंदा मिलता है।

क्या होता है इलेक्टोरल ट्रस्ट- जनप्रतिनिधि कानून की धारा 29बी के तहत राजनीतिक दल किसी व्यक्ति, कॉर्पोरेट और कंपनियों से चंदा ले सकती हैं। सरकारी और विदेशी कंपनियों से वे चंदा नहीं ले सकतीं। इलेक्टोरल ट्रस्ट के माध्यम से कॉरपोरेट्स बगैर अपनी पहचान बताए राजनीतिक दलों को चंदा दे सकते हैं। राजनीतिक दलों को 20 हजार रुपये से ज्यादा का चंदा देने वालों की जानकारी चुनाव आयोग को देनी पड़ती है। इससे कम का कोई हिसाब नहीं होता। राजनीतिक पार्टियों को इलेक्टोरल बॉन्ड से भी फंड जुटाने में मदद मिलती है।

ज्यादा फंड देने वाले इलेक्टोरल ट्रस्ट- ज्यादा फंड देने वाले इलेक्टोरल ट्रस्ट में प्रूडेंट के अलावा ये नाम- 2019-20 में राजनीतिक पार्टियों को सबसे ज्यादा फंड देने वालों में प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट, आईटीसी लिमिटेड, जनकल्याण इलेक्टोरल ट्रस्ट, बीजी शिर्के कंस्ट्रक्शन टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड और पंचशील कॉरपोरेट पार्क प्राइवेट लिमिटेड शामिल हैं।