प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) सोमवार से अपने तूफानी दौरे पर रहेंगे। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों का दौरा करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी 36 घंटे में 5300 से अधिक किलोमीटर की यात्रा करेंगे। इस दौरान पीएम मोदी 7 शहरों के 8 कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। प्रधानमंत्री मोदी सोमवार को दिल्ली से मध्य प्रदेश (Delhi to Madhya Pradesh) रवाना होंगे और उसके बाद केरल रवाना हो जाएंगे। केरल के बाद पीएम मोदी केंद्र शासित प्रदेश दादरा और नगर हवेली और फिर दमन एंड दीव का दौरा करेंगे। उसके बाद पीएम मोदी दिल्ली लौटेंगे।

अधिकारियों ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले दिल्ली से खजुराहो जाएंगे जो, 500 किलोमीटर की यात्रा है और उसके बाद वह रीवा रवाना हो जाएंगे। पीएम मोदी रीवा में नेशनल पंचायती राज के कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। इसके बाद पीएम मोदी करीब 280 किलोमीटर की यात्रा कर खजुराहो वापस आ जाएंगे और फिर केरल के कोच्चि के लिए रवाना हो जाएंगे। खजुराहो से कोच्चि की दूरी करीब 1700 किलोमीटर है। पीएम मोदी कोच्चि में युवम कॉन्क्लेव में हिस्सा लेंगे।

इसके बाद मंगलवार सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोच्चि से तिरुअनंतपुरम के लिए रवाना हो जाएंगे, जो करीब 190 किलोमीटर की यात्रा होगी। तिरुअनंतपुरम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे। साथ ही सैकड़ों करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे। इसके बाद पीएम मोदी सूरत के रास्ते सिलवासा (Silvassa) के लिए रवाना हो जाएंगे, जो करीब 1570 किलोमीटर की यात्रा है।

सिलवासा में पीएम मोदी नमो मेडिकल कॉलेज का दौरा करेंगे और विभिन्न परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे। इसके बाद वह देवका समुद्री तट के उद्घाटन के लिए दमन जाएंगे, जिसके बाद वह करीब 110 किमी की दूरी तय कर सूरत जाएंगे। अधिकारियों ने कहा कि सूरत से पीएम मोदी दिल्ली वापस जाएंगे। सूरत से दिल्ली की दूरी 940 किलोमीटर की होगी।

एक अधिकारी ने समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा, “व्यस्त कार्यक्रम में प्रधानमंत्री को लगभग 5,300 किमी की हवाई यात्रा करनी होगी। इस आंकड़े को परिप्रेक्ष्य में रखने के लिए भारत की लंबाई उत्तर से दक्षिण तक देखी जा सकती है, जो लगभग 3,200 किमी है।” पीएम मोदी अपनी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय यात्रा के दौरान व्यस्त कार्यक्रम रखने के लिए जाने जाते हैं। अधिकारियों ने कहा कि प्रधानमंत्री यह सुनिश्चित करते हैं कि उनकी यात्राएं महत्वपूर्ण बैठकों और कार्यक्रमों से भरी हों।