शंभू बॉर्डर पर पंजाब के हजारों किसानों ने डेरा डाला हुआ है। किसानों को हरियाणा की सीमा में घुसने से रोकने के लिए हरियाणा पुलिस के जवान तैनात हैं। मंगलवार को हरियणा पुलिस ने X के जरिए जानकारी दी कि किसान आंदोलन की वजह से शंभू बॉर्डर पर तैनात एक और पुलिसकर्मी का निधन हो गया है।

हरियाणा पुलिस ने बताया कि उनके जवान कौशल कुमार की ड्यूटी के दौरान अचानक तबीयत खराब हो गई। इसके बाद उनके साथी उन्हें अस्पताल लेकर गए जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। हरियाणा पुलिस ने बताया कि डीजीपी शत्रुजीत कूपर ने पुलिसकर्मी कौशल कुमार के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए ईश्वर से उनकी आत्मा की शांति की कामना की है।

किसान कल करेंगे दिल्ली कूच

शंभू बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसान संगठनों ने सोमवार रात केंद्र सरकार के प्रस्ताव को ठुकरा दिया था। किसान नेताओं ने कहा था कि अगर सरकार ने उनकी मांग नहीं मानी तो वे बुधवार सुबह 11 बजे दिल्ली की तरफ कूच करेंगे। मंगलवार को किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि केंद्र सरकार को फसलों से जुड़ा MSP कानून बनाने के लिए एक दिन का संसद सत्र बुलाना चाहिए। इस दौरान उन्होंनेे यह भी कहा कि सरकार को कृषि ऋण माफी समेत किसानों की अन्य प्रमुख मांगों को मानना चाहिए।

सरवन सिंह पंधेर ने मीडिया से बातचीत में कहा कि हमारी मांग है कि MSP की गारंटी का कानून लाया जाए। उन्होंने कहा कि अगर पीएम के पास इच्छाशक्ति होगी तो संसद का एक दिन का सत्र बुलाया जा सकता है। कोई भी विपक्षी दल इसका विरोध नहीं करेगा। उन्होंने कहा, ‘‘मैं मांग करता हूं कि सभी विपक्षी दल अपना रुख स्पष्ट करें कि अगर केंद्र MSP पर कानून लाता है, तो वे इसके लिए वोट करेंगे। चाहे शिरोमणि अकाली दल हो या कांग्रेस – उन्हें अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए। TMC और अन्य दलों को भी अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए।”

क्या हैं किसान संगठनों की प्रमुख मांग

  1. सभी फसलों के लिए MSP पर कानूनी गारंटी
  2. स्वामीनाथन आयोग द्वारा अनुशंसित ‘सी2 प्लस 50 प्रतिशत’ फॉर्मूले का कार्यान्वयन
  3. ऋण माफी