Kisan Andolan: किसानों के प्रदर्शन का बुधवार को दूसरा दिन है। सभी हरियाणा के अलग-अलग बार्डर पर टिके हुए हैं। किसानों ने अंबाला के शंभू बॉर्डर, खनौरी बॉर्डर और अन्य इलाकों में रात बिताई है। बॉर्डर पर ही किसानों (Farmer Agitations) ने रात का खाना बनाया। आज फिर से वह दिल्ली कूच की तैयारी करेंगे। वहीं, पुलिस भी पूरी तरह से मुस्तैद है और बार्डर को सील कर दिया गया है।
किसानों को बीते दिन दिल्ली की ओर कूच करने से हरियाणा की पुलिस ने रोक दिया। इस बीच शंभू और खनौरी सीमा पर स्थिति तनावपूर्ण हो गई। हरियाणा पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े, लाठीचार्ज किया और पानी की बौछार की। किसानों ने लगातारा शम्भू बॉर्डर और खनौरी में धारा-144 लागू होने के बाद भी बैरिकेड गिरा दिए। किसानों के इस विरोध प्रदर्शन में 24 पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं। इनमें से 15 पुलिसकर्मी (डीएसपी और अन्य रैंक) शम्भू बॉर्डर पर ड्यूटी के दौरान घायल हुए। वहीं, 9 पुलिस वाले दाता सिंह बॉर्डर जींद में घायल हुए। इन सभी को नजदीकी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। वहीं, इस झड़प में 100 से ज्यादा किसान भी घायल हुए हैं।
घायल पुलिसकर्मियों से मिले अनिल विज
किसानों के प्रदर्शन में टकराव में घायल हुए हरियाणा पुलिस के DSP समेत अन्य लोगों से हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने अस्पताल पहुंचकर सभी का हालचाल जाना। वहीं, इस मामले में जानकारी देते हुए अधिकारी ने कहा कि राज्य में अभी तक स्थिति काबू मे ही रही। साथ ही, कहा कि प्रदेश के करीब 15 जिलों में इंटरनेट पर भी बैन लगा दिया गया है। इसका पालन नहीं करने वालों पर सख्त एक्शन लिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि सभी को शांतिपूर्वक आंदोलन करने की इजाजत है। लेकिन कानून व्यवस्था को खराब करने की इजाजत किसी को भी नहीं दी जा सकती है। साथ ही, लोगों से अपील की है कि वे किसी भी गैरकानूनी संगठन का हिस्सा बनने से परहेज करें। इसके अलावा, उन्होंने लोगों को आगाह करते हुए कहा कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर किसी भी तरह की भड़काऊ पोस्ट ना डालें। सभी लोगों पर पैनी नजर रखी जा रही है। किसी भी तरह की भ्रामक सूचना व भड़काऊ पोस्ट डालने वाले पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।