भारतीय मूल की कमला हैरिस ने जब पिछले वर्ष अमेरिका की उपराष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली तो इसे दुनियाभर में साल की कुछ सबसे बड़ी घटनाओं में शुमार किया गया। इस वर्ष एक और अश्वेत महिला केतांजी ब्राउन जैक्सन का नाम अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट की पहली जज के तौर पर इतिहास के पन्नों में दर्ज होने जा रहा है।

जैक्सन (51) फेडरल बेंच में नौ वर्ष तक अपीलीय अदालत की जज रही हैं। अमेरिकी सीनेट ने 47 के मुकाबले 53 मतों से जैक्सन के सुप्रीम कोर्ट के जज की कुर्सी तक पहुंचने का रास्ता बनाया। हालांकि सदस्यों ने अपनी पार्टी लाइन के अनुरूप मतदान किया, लेकिन तीन रिपब्लिकन सदस्यों के वोट जैक्सन के हक में पड़े।

सदियों से दुनिया भर में अपने हक की लड़ाई लड़ रहे अश्वेत समुदाय के लोगों के लिए यह एक ऐतिहासिक मौका था क्योंकि मतदान के समय उपराष्ट्रपति कमला हैरिस पीठासीन अधिकारी थीं, जो इस पद पर पहुंचने वाली पहली अश्वेत महिला हैं। नियुक्ति को लेकर पिछले महीने सीनेट में चार दिन तक चली सुनवाई के दौरान जज जैक्सन ने रंगभेद के खिलाफ अपने माता-पिता के संघर्ष के दिनों को याद किया और कहा कि नागरिक अधिकारों से जुड़े कानूनों के अस्तित्व में आने के बाद एक अश्वेत अमेरिकी के तौर पर उनका रास्ता अधिक साफ हो गया।

हावर्ड स्कूल से शिक्षा ग्रहण करने वाली जैक्सन ने सरकारी वकील के तौर पर काम किया है। वह एक निजी कानूनी फर्म में अपनी सेवाएं दे चुकी हैं और अमेरिकी दंड आयोग की सदस्य भी रही हैं। उनकी उपलब्धि पर उन्हें बधाई देते हुए अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने ट्वीट किया, ‘जज केतांजी ब्राउन जैक्सन ने आज इतिहास रच दिया। वह हमारे देश के अनगिनत लोगों की नायिका हैं।’

सीनेट में बहुमत के नेता चक शूमेर ने मतदान में जैक्सन के विजयी होने के बाद कहा, ‘यह सीनेट के लिए, सुप्रीम कोर्ट के लिए और पूरे अमेरिका के लिए एक शानदार दिन है, एक आनंद का दिन है, एक प्रेरणादायी दिन है।’ वाशिंगटन में 14 सितंबर 1970 को जन्मीं जैक्सन डिस्ट्रिक्ट आॅफ कोलंबिया सर्कट में अपीलीय अदालत में फेडरल जज रही हैं।

एलेरी ब्राउन और जानी ब्राउन की संतान जैक्सन ने मियामी पालमेटो सीनियर हाई स्कूल, हावर्ड विश्वविद्यालय और हावर्ड ला स्कूल से शिक्षा ग्रहण की तथा उन्हें अमेरिका में एक विद्वान विधिवेत्ता के तौर पर जाना जाता है और शीर्ष अदालत में न्यायाधीश की कुर्सी तक पहुंचने का उनका सफर सिर्फ अमेरिका ही नहीं, बल्कि दुनियाभर में करोड़ों लोगों को प्रेरणा देगा।

जैक्सन के माता-पिता सरकारी स्कूल में पढ़ाते थे। जैक्सन ने 2017 में एक व्याख्यान में कहा था कि उनके माता-पिता को अश्वेत होने पर गर्व था। जैक्सन के पति एक डाक्टर हैं। उनकी दो बेटियां हैं। उन्होंने कहा था कि हर किसी का सम्मान करना उनके परिवार के उसूलों का हिस्सा है और ‘हम जो कुछ भी करते हैं, उसमें हमें सबसे अच्छा करने की कोशिश करनी चाहिए।’