Wayanad Landslide: केरल के वायनाड में तेज बारिश की वजह से सोमवार देर रात 4 अलग-अलग जगहों पर लैंडस्लाइड हुई। इसमें 4 गांव बह गए। घर, पुल, सड़कें और गाड़ियां भी बह गईं। वायनाड में दलदल में फंसी महिला जोर-जोर से रो रही थी और कह रही थी कि कोई आकर हमारी मदद करे और हमने अपने घर को खो दिया है। हमें नहीं पता कि नौशीन के परिवार को कोई भी सदस्य जिंदा है या नहीं। उसका मुंह कीचड़ और रेत से भरा है और कोई उसे बचा ले।

चूरमाला में फंसी महिला ने अपनी जान तो बचा ली थी लेकिन अपने घर में फंसी हुई एक महिला को नहीं बचा सकी थी। अब उसकी जिंदगी के लिए गुहार लगा रही थी। वायनाड में जिस जगह पर लैंडस्लाइड हुई है और घर नष्ट हो चुके हैं वहां पर फंसे लोग मदद की गुहार लगा रहे थे। इन सभी को अपनी जिंदगी बचाने के लिए किसी की मदद का इंतजार था। हादसे के बाद सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में देखा जा सकता है कि लोग बिलख रहे हैं। अपनी जान बचाने की गुहार लगा रहे हैं।

चूरमाला के एक और रहने वाले व्यक्ति ने कहा कि उनका मकान अभी भी हिल रहा है और उन्हें नहीं पता कि क्या किया जाए। उसने कहा कि धरती हिल रही है। हमारे पास चूरमाला से बाहर आने का कोई भी रास्ता नहीं बचा है। वहीं, एक दूसरे शख्स ने भी फोन पर कहा कि मुंडक्कई में बड़ी संख्या में लोग फंस गए हैं और जिंदा रहने के लिए कई लोग जद्दोजहद कर रहे हैं। इतना ही नहीं उसने यह भी कहा कि अगर कोई इस इलाके में वाहन आ सकता है तो हम सैंकड़ों लोगों की जान को बचा सकते हैं।

एक बुजुर्ग व्यक्ति ने एक टीवी चैनल को बताया कि पत्नी लापता है और उन्हें नहीं मालूम कि वह कहां पर है। उन्होंने बताया कि हम घर में सो रहे थे। अचानक एक तेज आवाज सुनाई दी और हमने बड़े-बड़े पत्थर और पेड़ों को हमारे घर की छत पर गिरते हुए देखा। घर में बाढ़ का पानी घुस गया और इसकी वजह से घर का दरवाजा टूट गया। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि उन्हें भी किसी ने बचाया और हॉस्पिटल में एडमिट करवाया। हालांकि, उनकी पत्नी का अभी तक कुछ भी पता नहीं चल सका है।

अब तक कितने लोगों की जान गई

वायनाड जिले में हुई लैंडस्लाइड में अब तक कुल 84 लोगों की जान जा चुकी है। इसके अलावा चालियार नदी में बहकर आए 9 शव भी बरामद किए गए हैं। मृतकों की शिनाख्त और पोस्टमार्टम के लिए हॉस्पिटल में भेजा गया है। इस बात की जानकारी जिले के कलेक्टर मेघश्री डीआर ने दी है। इससे संबंधित विस्तृत खबर के लिए यहां पर क्लिक करें…

250 सदस्यों की टीम बचाव अभियान में शामिल

वायनाड चूरलमाला में बचाव अभियान में सिविल डिफेंस, एनडीआरएफ और स्थानीय टीम के करीब 250 सदस्य जुटे हुए हैं। एनडीआरएफ की और भी टीम मौके पर भेजी गई हैं। केएसडीएमए ने एक फेसबुक पोस्ट पर बताया कि कन्नूर रक्षा सुरक्षा कोर की दो टीमों को भी बचाव कार्यों में मदद के लिए वायनाड जाने के लिए निर्देश दिया गया है। प्रभावित इलाकों के स्थानीय लोगों का कहना है कि कई लोगों के फंसे होने की आशंका है। भारी बारिश के कारण बचाव कार्य में परेशानी आ रही है। बता दें केरल के वायनाड में करीब 84 लोगों की जान जाने के बाद में राज्य सरकार ने आज और कल राज्य में आधिकारिक शोक की घोषणा की है।

वायनाड में भूस्खलन की वजह क्या है

अब वहीं वायनाड में लैंडस्लाइड की बात की जाए तो यह केरल के नार्थ ईस्ट में पड़ता है। यह केरल का अकेला पठारी इलाका है। जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की 2021 की रिपोर्ट के मुताबिक, केरल का 43% इलाका लैंडस्लाइड प्रभावित है। वायनाड की 51 फीसदी जमीन पहाड़ी ढलाने हैं। यानी कि भूस्खलन की आशंका बहुत ही ज्यादा रहती है। वायनाड में काबिनी नदी भी है। इसकी सहायक नदी मनंतावडी थोंडारमुडी चोटी से निकलती है। भूस्खलन की वजह से इसी नदी में बाढ़ आने की वजह से भारी नुकसान हुआ है।