केरल निकाय चुनाव में वोटों की गिनती के साथ ही नतीजे आने भी शुरू हो गए हैं। ज्यादातर सीटों पर लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (LDF) के उम्मीदवारों ने बढ़त हासिल की है, वहीं यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (UDF) भी कई सीटों पर कड़ी टक्कर में है। हालांकि, इस चुनाव में भाजपा भी कुछ हद तक चुनौती बनकर उभरती दिख रही है। सबसे चौंकाने वाले नतीजे कोच्ची कॉरपोरेशन नॉर्थ आइलैंड वॉर्ड पर आए हैं। यहां कांग्रेस के मेयर पद के उम्मीदवार को भाजपा नेता के खिलाफ महज 1 वोट से हार मिली।

बड़ी बात यह है कि वेणुगोपाल आमतौर पर आइलैंड साउथ से चुनाव लड़ते हैं। यहां वे 2005 और 2010 में भी विजेता रहे थे। इससे पहले साल 2000 में उन्होंने तत्कालीन अविभाजित आइलैंड से चुनाव जीता था। हालांकि, इस बार वेणुगोपाल ने आइलैंड नॉर्थ से चुनाव लड़ने का फैसला किया और नतीजों में उन्हें एक वोट से हार मिली।

न्यूज एजेंसी से बातचीत में वेणुगोपाल ने कहा कि ये यह उनके लिए तय सीट थी। मैं नहीं बता सकता कि नतीजों में क्या हुआ। पार्टी में भी कोई समस्या नहीं थी। वोटिंग मशीन में कुछ समस्या हुई थी। शायद यही भाजपा की जीत की वजह रही हो। वेणुगोपाल ने आगे के कदमों पर कहा, “फिलहाल वोटिंग मशीन के मुद्दे पर मैंने कोर्ट जाने का फैसला नहीं किया है। पहले ये पता करने की कोशिश करुंगा कि असल में हुआ क्या।”

इस बीच भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए ने कई वॉर्डों पर पहली बार अपना खाता खोला और राज्य में अपनी मौजूदगी दर्ज कराई है। भाजपा कार्यकर्ताओं ने इस मौके पर जश्न भी मनाया है। बता दें कि केरल स्थानीय निकाय चुनाव की मतगणना और नतीजों की घोषणा जारी है। राज्य के 244 काउंटिंग सेंटरों पर कोरोनावायरस की गाइडलाइंस का पालन करते हुए वोटों की गिनती हो रही है। माना जा रहा है कि आज शाम तक सारे नतीजे घोषित हो जाएंगे।