एनआईए द्वारा गिरफ्तार किया गया आईएसआईएस का संदिग्ध सदस्य कथित रूप से केरल में कुछ न्यायाधीशों और विदेशी पर्यटकों को निशाना बनाने की योजना बना रहा था। उसने इराक में युद्ध का प्रशिक्षण लिया था। आरोपी की पहचान तमिलनाडु में तिरुनेलवेली के रहने वाले सुबहानी हाजा मोइदीन के रूप में की गई है। एनआईए ने भारत में आतंकी हमले करने की कथित साजिश के सिलसिले में बुधवार (5 अक्टूबर) को उसे गिरफ्तार किया। सूत्रों ने गुरुवार को दावा किया कि मोइदीन की केरल में तैनात कुछ न्यायाधीशों और साथ ही तटीय राज्य के समुद्र तटों की यात्रा करने वाले विदेशी नागरिकों को निशाना बनाने की योजना थी। उन्होंने बताया कि सुरक्षा एजेंसियों ने मोइदीन पर नजर बनाए रखी थी और वह केरल में आतंकी हमलों को अंजाम देने की योजनाओं को आकार दे रहा था जिससे ठीक बाद एनआईए ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
सूत्रों के अनुसार मोइदीन कथित तौर पर एकमात्र ऐसा भारतीय है जिसे इराक के मोसुल में युद्ध का कड़ा प्रशिक्षण दिया गया। एनआईए ने एक बयान में कहा कि आरोपी ने देश में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने की साजिश रची थी और वह तमिलनाडु में पटाखा कारखानों से रासायनिक विस्फोटक जमा करने की योजना बना रहा था। बयान में कहा गया कि आरोपी में सोशल मीडिया मंचों के जरिये कट्टरपंथ भरा गया और आईएसआईएस में उसकी भर्ती की गयी। वह ‘उमरा’ के नाम पर पिछले साल चेन्नई से इंस्ताबुल रवाना हुआ था। इंस्ताबुल पहुंचने के बाद वह पाकिस्तान और अफगानिस्तान के रहने वाले दूसरे लोगों के साथ आतंकी संगठन के नियंत्रण वाले इराकी क्षेत्र में चला गया।
मोइदीन को आईएसआईएस ने जेल में बंद कर दिया और फिर एक इस्लामिक न्यायाधीश के सामने पेश किया जिसने उसे सीरिया भेज दिया। उसने दावा किया कि उसे सीमा पार कर तुर्की जाने दिया गया जहां उसने इस्तांबुल के भारतीय वाणिज्य दूतावास की मदद से अपने परिवार से संपर्क किया। मोइदीन छह महीने के अंतराल पर एक आपात प्रमाणपत्र पर पिछले साल सितंबर में मुंबई पहुंचा और अपने पैतृक स्थल पहुंचा। वहां वह अपनी पत्नी के साथ रहने लगा और कडयानल्लूर में आभूषण की एक दुकान में नौकरी करने लगा।
एनआईए ने कहा, ‘हालांकि वापस आने और बस जाने के बाद उसने इंटरनेट की मदद से फिर से आईएसआईएस के आकाओं से संपर्क किया और उनके इशारे पर शिवकाशी से विस्फोटक और रासायनिक सामग्रियां जुटने की योजना बनाने लगा।’ एजेंसी ने कहा, ‘वह साजिश के तहत दूसरे स्थानीय संपर्कों से मिलने के लिए चेन्नई, कोयंबटूर एवं दूसरी जगहों पर गया, पैसे जुटाए और आईएसआईएस के आकाओं के निर्देशानुसार आतंकी गतिविधियों के लिए विस्फोटक खरीदे।’