केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने शाहीन बाग प्रदर्शकारियों पर अप्रत्यक्ष रूप से निशाना साधते हुए शुक्रवार को कहा कि लोग सड़कों पर बैठे हैं और अपने विचार दूसरों पर थोपने के लिये आम जन-जीवन को बाधित कर रहे हैं जोकि आतंकवाद का एक रूप है।

राज्यपाल ने भारतीय छात्र संसद  में कहा, उग्रता केवल हिंसा के रूप में सामने नहीं आती। यह कई रूपों में सामने आती है। अगर आप मेरी बात नहीं सुनेंगे, तो मैं आम जनजीवन को प्रभावित करूंगा।

खान ने अपने भाषण में कहा, असहमति लोकतंत्र का सार है। इससे कोई परेशानी नहीं है। लेकिन पांच लोग विज्ञान भवन के बाहर बैठ जाएं और कहें कि हमें यहां से हमें तब तक न हटाया जाए जब तक कि यह छात्र संसद एक प्रस्ताव स्वीकार नहीं कर लेती, जिसे हम स्वीकार करते हैं। यह आतंकवाद का एक और रूप है। उन्होंने आगे कहा कि चीजों को उलझाइए मत।

अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर दूसरों पर अपने विचार मत थोपिये। अनुच्छेद 370 हटाए जाने पर उन्होंने कहा, अनुच्छेद 370 में कुछ नहीं बचा है। बस इसके बारे में थोड़ा पढ़ लें।

दक्षिण दिल्ली के शाहीन बाग में लोग संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ पिछले 69 दिनों से धरना-प्रदर्शन पर बैठे हैं। जिसके चलते नोएडा- फरीदाबाद राजमार्ग बंद पड़ा है।

बता दें  कि प्रदर्शनकारियों को मनाने के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त वार्ताकार शुक्रवार को तीसरी बार जाएंगे। वार्ताकार बुधवार और गुरुवार को भी शाहीन बाग गए थे और प्रदर्शनकारियों से मुलाकात कर आंदोलन खत्म करने की बात कही थी। हालांकि, बातचीत में कोई समाधान नहीं निकल सका।