Kerala First Vande Bharat Train: उत्तर भारत के कई राज्यों में वंदे भारत की शुरुआत होने के बाद 25 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) केरल की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस (Vande Bharat Express) को हरी झंडी दिखाएंगे। रेलवे की योजना आजादी के अमृत महोत्सव के मौके पर 75 वंदे भारत एक्सप्रेस चलाने की है। रेलवे के इस तोहफे को लेकर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने भी खुशी जताई है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि ‘मुझे खुशी है कि 14 महीने पहले मैने जो सुझाव दिया था, अश्विनी वैष्णव ने वैसा ही किया। 25 तारीख को तिरुवनंतपुर से नरेंद्र मोदी के पहली ट्रेन को हरी झंडी दिखाने को लेकर उत्सुक हूं। विकास को राजनीति से परे होना चाहिए।”

होगी देश की 15वीं वंदे भारत एक्सप्रेस

बता दें कि इससे पहले उत्तर प्रदेश समेत हिमाचल, गुजरात आदि राज्यों में पहले ही वंदे भारत एक्सप्रेस शुरू हो चुकी है। बिहार, झारखंड, पंजाब, नॉर्थ-ईस्ट, ओडिशा और उत्तराखंड को अभी भी इसका इंतजार है। देश में 14 वंदे भारत एक्सप्रेस चलाई जा रही हैं। केरल की पहली सेमी-हाई-स्पीड एक्सप्रेस तिरुवनंतपुरम और कन्नूर के रेलवे स्टेशनों के बीच यात्रा करेगी। यह ट्रेन 7.5 घंटे में 501 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। इस ट्रेन की रफ्तार 180 किमी प्रति घंटा है। केरल में रूट सही न होने के चलते कई जगहों पर धीमी चलेगी। कासरगोड से तिरुवनंतपुरम के बीच ट्रेन की स्पीड 110 किमी प्रति घंटा जबकि कई दूसरे हिस्सों में यह 70 से 80 किमी होगी।

क्या होगा ​रूट?

केरल की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस तिरुवनंतपुरम से कासरगोड के बीच चलाई जाएगी। यह ट्रेन कोल्लम, कोट्टायम, एर्नाकुलम टाउन, थ्रिसुर, तिरूर, कोझिकोड स्टेशन पर रुकेगी। इस ट्रेन का ट्रायल शुरू हो चुका है। ट्रेनमें कुल 16 कोच होंगे और चेयर कार सीटिंग होगी।

क्या है खासियत

यह ट्रेन पूरी तरह से 100 फीसदी स्वदेशी तकनीक से बनाई गई है। पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र के लिए दिल्ली से वाराणसी के लिए 2019 में पहली वंदे भारत एक्सप्रेस को चलाया गया था। यह ट्रेन 100 फीसदी वातानुकूलित है। इसमें जीपीएस सिस्टम, वाईफाई, ऑटोमेटिक दरवाजे, सीसीटीवी कैमरे, वैक्यूम आधारित बायो टॉयलेट, ऑटोमैटिक स्लाइडिंग डोर और हर कोच में चार आपातकालीन पुश बटन हैं।