लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सत्ता में आने से रोकने के लिए पूरा विपक्ष एकजुट होने का लगातार दावा कर रहा है, लेकिन उनके बीच आपसी टकराव इस पर संदेह पैदा कर रहे हैं। विपक्षी गठबंधन आईएनडीआईए (I.N.D.I.A.) गुट में शामिल कांग्रेस और सीपीएम के नेता एक दूसरे पर बीजेपी से मिले होने का आरोप लगा रहे हैं, जबकि दोनों दल बीजेपी से लड़ने के लिए गठबंधन का हिस्सा बने हैं। इस गुट के सभी दल अगले लोकसभा चुनाव में मोदी सरकार को किसी भी कीमत पर सत्ता से हटाने के लिए संकल्प लिए हुए हैं।

पार्टी नेता ने पूछा- केंद्र राज्य सरकार पर कार्रवाई क्यों नहीं करती है

केरल में सोने की तस्करी मामले में कथित तौर पर सीएम कार्यालय की मिलीभगत को लेकर केरल कांग्रेस के नेता रमेश चेन्निथला (Ramesh Chennithala) ने बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा, ”प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केरल के सीएम पिनाराई विजयन (Pinarayi Vijayan) एक साथ हैं। केरल में सीपीएम और बीजेपी के बीच कांग्रेस पार्टी को खत्म करने की साजिश चल रही है, जो कभी पूरी नहीं हो पाएगी।” उन्होंने कहा, “अगर पीएम आश्वस्त हैं कि मुख्यमंत्री कार्यालय सोने की तस्करी मामले में शामिल है तो केंद्रीय जांच एजेंसी कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है? केरल के लोग इसके बारे में जानना चाहते हैं।”

राज्य सरकार पर भी बीजेपी नेताओं को बचाने का आरोप

सोशल मीडिया में कई लोग यह भी कह रहे हैं कि सोना तस्करी का मामला तीन साल पहले सामने आया था। मोदी केरल के सीएम को इसलिए बचा रहे हैं क्योंकि पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान राज्य के कई बीजेपी नेताओं के पास करोड़ों की हवाला राशि होने की बात सामने आई थी। तब सीपीएम ने बीजेपी नेताओं पर कार्रवाई नहीं की थी। ऐसे में अगर सीपीएम नेता के खिलाफ कार्रवाई होगी तो फिर राज्य सरकार बीजेपी के नेताओं की भी गिरफ्तारी करेगी।

यह भी अजीब बात है कि कांग्रेस पार्टी आरोप लगाती है कि सभी दल बीजेपी के साथ हैं और वो उसकी चाल हैं, लेकिन गठबंधन में उसी पार्टी के साथ कांग्रेस बीजेपी के खिलाफ हमेशा चुनाव लड़ती हैं। दोनों दलों के इस आरोप-प्रत्यारोप से विपक्षी गठबंधन को ही नुकसान पहुंच रहा है।

अब लोकसभा चुनाव होने में कुछ महीने ही रह गये हैं, लेकिन विपक्षी गठबंधन के दलों के बीच एकजुटता दिखावे के लिए भी नहीं दिख रही है। गुट में शामिल हर दल कभी सीटों के लिए आपस में आरोप-प्रत्यारोप लगाते है तो कभी भ्रष्टाचार को लेकर एक-दूसरे को बीजेपी के साथ होने की बात कहते हैं।