केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने केंद्र सरकार को चिट्ठी लिखकर तिरुवनंतपुरम में बनने वाले राजीव गांधी सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी (RGCB) के दूसरे कैंपस का नाम RSS के पूर्व प्रमुख एमएस गोलवलकर पर रखने पर ऐतराज जताया है। दरअसल, इसी शुक्रवार को RGCB में आयोजित इंडियन इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल के उद्घाटन समारोह के दौरान केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने कहा था कि रिसर्च फैसिलिटी का नाम ‘श्री गुरुजी माधव सदाशिव गोलवलकर नेशनल सेंटर फॉर कॉम्प्लेक्स डिजीज इन कैंसर एंड वायरल इन्फेक्शन’ होगा।

केंद्रीय मंत्री ने कहा था कि तिरुवनंतपुरम में अगला कैंपस अनोखा ज्ञान का केंद्र होगा और यह मध्य और उच्च स्तर के नवोन्मेष का हब बनेगा। हालांकि, 5 दिसंबर को लिखी गई चिट्ठी में केरल के सीएम ने कहा, “यह संस्थान एक उच्च रिसर्च इंस्टीट्यूट है और यह हमेशा से राजनीतिक बंटवारे से अलग रहा है। केरल की सरकार की राय है कि इस कैंपस का नाम किसी ऐसे भारतीय वैज्ञानिक के नाम पर हो जिसने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति पाई हो, न कि प्रस्तावित नाम पर। इस तरह संस्थान का सम्मान भी बढ़ेगा और सार्वजनिक क्षेत्र में विवादों की स्थिति से भी बचा जा सकेगा।”

RGCB के कैंपस का नाम गोलवलकर पर रखे जाने के ऐलान पर CPM और कांग्रेस ने भी नाराजगी जाहिर की। कांग्रेस नेता शशि थरूर ने पूछा कि आखिर गोलवलकर ने संप्रदायिकरण की बीमारी फैलाने के अलावा विज्ञान में क्या योगदान दिया है। थरूर ने राजीव गांधी के योगदान गिनाते हुए कहा कि उन्होंने देश में वैज्ञानिक नवोन्मेष को बढ़ावा दिया था और इसके लिए फंड्स तक मुहैया कराए। क्या भाजपा का ऐसा कोई नेता नहीं, जिसने ऐसा करने की कोशिश की हो। क्या केंद्र सरकार हिटलर को पसंद करने वाले एक व्यक्ति की यादगार में ऐसा करेगी, जिसने 1966 में विश्व हिंदू परिषद को दिए भाषण में विज्ञान पर धर्म का आधिपत्य घोषित किया था? थरूर ने कहा कि यह तिरुवनंतपुरम का अपमान होगा और इस तरह की कोशिशें रोकी जानी चाहिए।

वहीं, विपक्ष के नेता रमेश चेन्नीथाला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे पत्र में कहा कि RGCB का दूसरा कैंपस भी राजीव गांधी के नाम पर ही होना चाहिए। उन्होंने कहा कि आरएसएस के विचारक पर कैंपस का नाम रखना सिर्फ सांप्रदायिकता को बढ़ावा देगा। आखिर गोलवलकर ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में क्या योगदान दिया है। सरकार को तुरंत यह फैसला वापस लेना चाहिए।