भारत G20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी के लिए पूरी तरह तैयार है। सुरक्षा के लिहाज से कई पुख्ता इंतेजाम किए गए हैं। विदेशी मेहमानो का दिल्ली पहुंचना शुरू हो चुका है। कल सुबह से बैठकों का दौर शुरू होगा। G20 समिट के लिए सरकार ने हेलिकॉप्टर सर्विस का भी ख्याल रखा है, जिसका सीधा असर उत्तराखंड के केदारनाथ धाम में भी देखा जा रहा है। जहां हेलिकॉप्टर सेवा अगले दो दिनों के लिए बंद कर दी गई है। अब आप सोच रहे होंगे कि ऐसा क्यों हुआ है, तो हम आपको बताते हैं इसकी वजह। 

G20 में बुकिंग के तहत पड़ रहा है असर 

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक G20 समिट में हेलिकॉप्टर की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए उत्तराखंड में मौजूद कंपनियों के साथ करार किया गया और सभी हेलिकॉप्टर G20 के लिए दिल्ली मंगा लिए गए हैं। ऐसे में केदारनाथ दर्शन के लिए हेलिकॉप्टर बुकिंग अब 11 के बाद ही हो पाएगी। 

सुरक्षा का खास ख्याल रखेंगे फाइटर जेट्स 

G20 समिट के दौरान सरकार की पहली प्राथिमिकता सुरक्षा है। ऐसे में लड़ाकू विमानों से लेकर सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल सिस्टम और हवाई निगरानी प्लेटफार्मों से निगरानी रखी जाएगी। खास ख्याल रखा जाएगा हवाई हमलों का, जिसपर हवाई कार्रवाई के लिए जवान मुस्तैद रहेंगे। 

एक अधिकारी के मुताबिक ड्रोन, ग्लाइडर, छोटे विमान, मिसाइलों और यहां तक कि लड़ाकू विमानों सहित खतरों की निगरानी के लिए भारतीय वायुसेना पूरी तरह सतर्क रहेगी। खासतौर पर IAF के विमान विदेशी मेहमानों की सुरक्षा पर ध्यान रखेंगे और अमेरिकी राष्ट्रपति के काफिले पर निगरानी सख्त रहेगी।

अधिकारियों ने कहा कि दिल्ली में काउंटर-ड्रोन सिस्टम तैनात किए गए हैं। इसमें रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा विकसित सिस्टम भी शामिल हैं, जिन्हें राजधानी में राजनयिक एन्क्लेव में स्थापित किया गया है। यह सॉफ्ट किल और हार्ड किल दोनों में महारत रखते हैं।