दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ऐलान कर दिया है कि वह दो दिन के भीतर मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे। उन्होंने कहा है कि जल्द ही पार्टी विधायक दल की बैठक होगी और इसमें अगले मुख्यमंत्री का चुनाव किया जाएगा। अब ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह है कि दिल्ली का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा?

कथित आबकारी घोटाले में सुप्रीम कोर्ट के द्वारा जमानत दिए जाने के बाद केजरीवाल रविवार को पहली बार आम आदमी पार्टी के दिल्ली स्थित मुख्यालय में पहुंचे थे। यहां उन्होंने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि उन्होंने यह बड़ा ऐलान किया। अरविंद केजरीवाल ने स्पष्ट रूप से कहा है कि वह और पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया आने वाले दिनों में दिल्ली में घर-घर जाकर आम आदमी पार्टी के लिए प्रचार करेंगे।

दिल्ली में जल्द होने हैं विधानसभा चुनाव

केजरीवाल के जेल से बाहर आने के बाद यह माना जा रहा था कि वह मुख्यमंत्री बने रहेंगे क्योंकि कुछ ही महीनों में दिल्ली में विधानसभा के चुनाव होने हैं। दिल्ली में 2015 और 2020 के चुनाव में आम आदमी पार्टी को जो प्रचंड बहुमत मिला था, उसके पीछे अरविंद केजरीवाल ही बड़ी वजह थे। लेकिन केजरीवाल ने राजनीति के विश्लेषकों को हैरान करते हुए यह ऐलान कर दिया कि वह मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे और पार्टी किसी नए नेता को मुख्यमंत्री बनाएगी।

बीजेपी ने की थी राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग

यहां याद दिलाना होगा कि कुछ दिन पहले ही दिल्ली में बीजेपी के विधायकों ने राष्ट्रपति द्रौपदी मूर्मू को पत्र भेज कर मांग की थी कि दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया जाना चाहिए।

अब बात करते हैं कि दिल्ली का अगला मुख्यमंत्री कौन बन सकता है?

यह लगभग तय है कि विधायकों में से ही पार्टी किसी नेता को मुख्यमंत्री बनाएगी। ऐसी स्थिति में तीन बड़े चेहरे निकल कर सामने आते हैं। यह तीनों ही चेहरे आम आदमी पार्टी की सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं और 2012 में आम आदमी पार्टी की स्थापना के बाद से ही अरविंद केजरीवाल के करीबियों में शुमार रहे हैं।

गोपाल राय

इनमें पहला नाम आता है गोपाल राय का। गोपाल राय दिल्ली में आम आदमी के संयोजक हैं और अरविंद केजरीवाल की गैर मौजूदगी में पार्टी संगठन के कामकाज को संभालते हैं। गोपाल राय केजरीवाल सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं। गोपाल राय बाबरपुर सीट से विधायक हैं।

आतिशी मार्लेना

दूसरे नंबर पर नाम आता है आतिशी मार्लेना का। आतिशी दिल्ली सरकार में पीडब्ल्यूडी, शिक्षा जैसे अहम मामलों की मंत्री हैं। वह दिल्ली की कालकाजी सीट से विधायक हैं और सरकार के फैसलों को मीडिया के सामने प्रमुखता से रखती हैं। वह मीडिया में आम आदमी पार्टी का एक बड़ा चेहरा भी हैं। महिला होने के नाते पार्टी उनके नाम पर दांव लगा सकती है। 15 अगस्त को जब केजरीवाल तिहाड़ जेल के अंदर थे और तिरंगा फहराने का कार्यक्रम था, ऐसे में केजरीवाल ने आतिशी का ही नाम आगे किया था।

Delhi Excise Policy
केजरीवाल सरकार ने रद्द कर दी थी शराब नीति। (Source-PTI)

सौरभ भारद्वाज

तीसरे नंबर पर नाम आता है सौरभ भारद्वाज का। सौरभ भारद्वाज दिल्ली की ग्रेटर कैलाश सीट से विधायक हैं और सरकार में मंत्री भी हैं। सौरभ भारद्वाज के पास स्वास्थ्य, शहरी विकास जैसे बड़े महकमे हैं।

ऐसे में माना जा रहा है कि गोपाल राय, आतिशी और सौरभ भारद्वाज में से कोई एक चेहरा दिल्ली का अगला मुख्यमंत्री बन सकता है।