राजस्थान के अलवर जिले में महिलाओं के कपड़े पहनकर घूमने वाले एक कश्मीरी युवक की भीड़ द्वारा पिटाई के बाद पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया था। सुरक्षा एजेसियों की गहन पूछताछ के बाद आखिरकार युवक को छोड़ दिया गया। मैर फैज नाम के कश्मीरी युवक की निशानदेही के आधार पर चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। हालांकि, पुलिस इस वाकये को भी अभी तक नहीं समझ पाई है कि आखिर युवक महिलाओं के कपड़े पहन कर बाजार में क्यों घूम रहा था। न्यू इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक भिवाड़ी के एसपी अमनदीप सिंह कपूर ने बताया कि पूछताछ के दौरान युवक ने महिलाओं के कपड़े पहनने के संदर्भ में संतोषजनक जवाब नहीं दिए। पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने कश्मीरी युवाओं से विस्तार से पूछताछ की है। हालांकि, युवक की पिटाई करने के लिए चार लोगों को गिरफ्तार किया है।
मीर फैज को जब भीड़ ने बुधवार रात नीमराना इलाके में महिलाओं की ड्रेस पहने बाजार में धूमते हुए पाया तो संदेह के आधार पर उसकी पिटाई कर डाली। उसे बिजली के खंभे से बांधा भी गया। इसके बाद मीर के द्वारा दायर प्राथमिकी के आधार पर मारपीट में शामिल मुख्य अभियुक्त की पुलिस तलाश कर रही है। लेकिन, इस मामले में ट्विस्ट तब आया जब इसे इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) के हवाले किया गया। आईबी की पूछताछ में कश्मीर के सोपोर के रहने वाले मीर फैज ने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिए। वह यह भी नहीं बता सका कि उसने महिलाओं की ड्रेस क्यों पहन रखी थी। केंद्रीय और राजस्थान इंटेलिजेंस ब्यूरो ने फैज से काफी गहनता से पूछताछ की। एजेसियों ने उसके कमरे की तलाशी ली और उसके लैपटॉप तथा मोबाइल फोन को जब्त कर लिया। लेकिन, उन्हें कोई भी संदिग्ध चीज हाथ नहीं लगी।
मीर फैज अलवर जिले में स्थित एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग कॉलेज से बीटेक की पढ़ाई कर रहा है। अपनी शिकायत में फैज ने कहा है कि उसे तीन लोगों ने धमकाते हुए अलग जगह ले गए और जबरन उसे महिला की ड्रेस पहनवाए और नीमराना के बाजार में घूमने को कहा। छात्र के बड़े भाई फैजल ने भी कहा है कि उसके बाई को तीन लोगों ने अगवा किया और महिलाओं के कपड़े पहनकर नहीं घूमने की सूरत में उसे जान से मारने की धमकी दी।