पिछले कुछ सालों में जम्मू-कश्मीर में काफी बदलाव आया है। कश्मीर के युवा अब हर क्षेत्र में अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं। इस बीच घाटी के दो युवा रैपर्स का रैप वायरल हो रहा है। 1990 के दशक के दर्द और करुणा से भरे रैप का टाइटल ‘बदलता कश्मीर’ है। इस गाने के माध्यम से दोनों युवाओं ने कश्मीर में हो रहे बदलाव के बारे में बताया है, जो दोनों अपने आसपास देख रहे हैं। युवाओं का रैप “ना कोई बेगुनाह मर रहा, खून ना है बह रहा” लाइन से शुरू होता है।

रसिक ने छोड़ी पढ़ाई

21 वर्षीय रसिक अहमद शेख उर्फ ​​एमसी रा अपने कामयाबी का का श्रेय रैपर रफ़्तार को देते हैं। घर में वित्तीय कठिनाइयों के कारण उन्हें 12वीं कक्षा के बाद पढ़ाई छोड़नी पड़ी और उस दौरान रैप ही उनका एकमात्र सहारा था। 14 वर्षीय हुमैरा जान के लिए रैप से परिचय ने उन्हें कविता लिखने के लिए प्रेरित किया।

शेख ने इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए कहा कि तीन मिनट के इस गाने को सोशल मीडिया पर काफी शेयर किया गया है और इसे लगभग 1.5 मिलियन बार देखा गया है। वीडियो को GoC 15 कोर, लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, भारत के पूर्व क्रिकेटर सुरेश रैना और अभिनेता अनुपम खेर ने भी शेयर किया है।

रसिक ने कहा, “मैं दक्षिण कश्मीर में रहता हूं लेकिन जब भी मैं शहर (श्रीनगर) जाता हूं, मैं देखता हूं कि चीजें किस तरह से बदल रही हैं। चाहे वह बुनियादी ढांचा हो या जिस तरह से मैं स्वतंत्र और आशावान महसूस करता हूं। एक ऐसी जगह है जहां मुझे लगता है कि मैं और भी अधिक की आकांक्षा कर सकता हूं।”

रसिक का कहना है कि उन्होंने पुलवामा और शोपियां के सरकारी स्कूलों में पढ़ाई की, जहां उनके पिता घर चलाने के लिए सफाईकर्मी के रूप में काम करते थे। वह कहते हैं, ”मुझे अपने परिवार का पालन-पोषण करने के लिए 12वीं कक्षा के बाद पढ़ाई छोड़नी पड़ी।” 2017 में अपने स्कूल के एनुअल फंक्शन में उन्होंने एक अन्य कलाकार द्वारा रैप गीत प्रस्तुत किया। उनका कहना है कि उनके शिक्षकों ने उन्हें संगीत के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया। हालांकि उनके पास रैप रिकॉर्ड करने के लिए कोई प्रशिक्षण या जगह नहीं है। उन्होंने संगीत के लिए उधार पर लैपटॉप और YouTube से कॉपीराइट फ्री बीट्स का उपयोग किया।

अपने कुछ गीतों के लोकप्रिय होने के बाद वह भारतीय सेना के अधिकारियों की मदद को याद करते हैं। हालांकि बदलता कश्मीर उनका पहला इंडिपेंडेंट गीत है। उन्होंने कहा, “मैं इसे एक महिला कलाकार के साथ करना चाहता था और मैंने हुमायरा की मदद मांगी।”

हुमायरा का मिला साथ

गांदरबल की आर्मी स्कूल की छात्रा हुमायरा ने नौवीं कक्षा में रैप करना शुरू किया। हालांकि वह लो प्रोफ़ाइल रहती है। कश्मीर में स्वतंत्र रूप से रैप करने वाली एक लड़की के इर्द-गिर्द बहुत सारी नकारात्मक बातें होती हैं।

हुमायरा कहती हैं कि वह भाग्यशाली हैं कि उनका परिवार उनका साथ देता है और जहां तक ​​संभव हो सकेगा वह संगीत को अपनाएंगी। शोबिजनेस से उनका सबसे पहला जुड़ाव तब हुआ जब उन्होंने सलमान खान की फिल्म बजरंगी भाईजान में बाल कलाकार हर्षाली मल्होत्रा ​​के लिए बॉडी-डबल की भूमिका निभाई। उन्होंने कहा, “उसके बाद मैंने सोचा कि मैं अभिनय करूंगा, लेकिन यहां कोई वास्तविक अवसर नहीं हैं। फिर मैंने अपने फ़ोन पर लिखना और रिकॉर्ड करना शुरू किया।”