संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन मीडिया से बातचीत करते हुए कांग्रेस पार्टी के सांसद कार्ति चिदंबरम ने पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सरकार यह तय नहीं कर सकती कि हमें कौन से मुद्दे उठाने चाहिए।
उन्होंने कहा कि हम तय करेंगे कि हमें कौन से मुद्दे उठाने चाहिए और वे हमें उन मुद्दों पर चर्चा करने के लिए समय और जगह बताएं। हमारा मानना है कि चुनावी भूमिका की ईमानदारी बहुत ज़रूरी है।
कार्ति चिदंबरम ने SIR पर बात करते हुए कहा कि वोटर रोल सही और पूरी तरह से साफ होना चाहिए लेकिन जो भी योग्य है उसे नहीं छोड़ा जाना चाहिए और जो अयोग्य है उसे नहीं जोड़ा जाना चाहिए और कोई भी नाम हटाने का काम सिर्फ सही नोटिस देकर ही किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग को पूरी जानकारी है कि हर राज्य में चुनाव कब होने हैं। वे यह प्रोसेस 12 से 18 महीने पहले कर सकते थे। इसे इतनी जल्दी में क्यों किया जाए? BLO पर इतना दबाव क्यों डाला जाए कि मौतें भी हो जाएं? कार्ति चिदंबरम ने कहा, “मैं चाहता हूं कि पार्लियामेंट चले। मैं चाहता हूं कि सरकार हमें अपने चुने हुए मुद्दे उठाने की जगह दे। लेकिन सरकार हमारे लिए मुद्दे नहीं चुन सकती।”
मणिकम टैगोर बोले- हम एक बहुत जरूरी मुद्दा उठा रहे हैं
कांग्रेस MP मणिकम टैगोर ने कहा कि यह बहुत बुरा है कि प्रधानमंत्री कह रहे हैं कि पार्लियामेंट में 240 MP ड्रामा कर रहे हैं। हम एक बहुत जरूरी मुद्दा उठा रहे हैं। वे दलितों, माइनॉरिटी और पिछड़े वर्ग के वोट छीन रहे हैं। लोगों के वोट काट दिए गए हैं। हम इस पर चर्चा की मांग कर रहे हैं। पार्लियामेंट किसलिए है? यह कोई चीयरलीडर क्लब नहीं है। हम कोई ड्रामा नहीं कर रहे हैं। हम पार्लियामेंट में चर्चा चाहते हैं।
यह भी पढ़ें: ‘…ज्यादा सीरियस मत लो’, ट्रंप के बयानों पर कार्ति चिदंबरम बोले- अपने रुख पर अड़े रहो
