बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को भारत सरकार ने भारत रत्न देने का ऐलान किया है। कर्पूरी ठाकुर अपनी स्वच्छ छवि और दलितों व वंचितों के लिए किए गए काम की वजह से देशभर में पहचाने जाते हैं। कर्पूरी ठाकुर की ईमानदारी के कई किस्से बिहार में मशहूर हैं, उन्हीं में से एक है यूगोस्लाविया के राष्ट्रपति द्वारा उन्हें गिफ्ट किए गए कोट का किस्सा।
कर्पूरी ठाकुर साल 1952 में पहली बार विधायक बने। विधायक बनने के बाद भी बेहद सादा जीवन ही जीते थे। एक बार उनका सिलेक्शन ऑस्ट्रिया जाने वाली आधिकारिक ट्रिप के लिए हुआ। उस समय उनके पास कोई कोट नहीं था। इस ट्रिप के लिए उन्होंने अपने एक दोस्त से उनका फटा हुआ कोट उधार लिया।
इस दौरे के दौरान जब प्रतिनिधिमंडल यूगोस्लाविया के राष्ट्रपति ने जोसिप टीटो से मिला तो उनकी नजर कर्पूरी ठाकुर के फटे हुए कोट पर गई। उन्होंने कर्पूरी ठाकुर को एक नया कोट गिफ्ट किया। कर्पूरी ठाकुर ने सार्वजनिक जीवन में करीब तीन दशक बिताए लेकिन हमेशा साधा जीवन ही व्यतीत किया। साल 1988 में जब विधायक रहते हुए उनका निधान हुआ तो उनके पास जो घर था, वह झोपड़ी से मामूली ही बड़ा था।
कर्पूरी ठाकुर का परिवार बहुत खुश
कर्पूरी ठाकुर की पोती डॉ. जागृति ने कहा कि वो पूरे देश के थे। उन्होंने बताया कि उनके निधन से पहले ही उनके दादा का निधन हो गया था लेकिन माता-पिता बताते हैं कि उन्होंने गरीबों के लिए और वंचितों के लिए काम किया। इस परिवार का हिस्सा होने पर बहुत अच्छा महसूस हो रहा है। कर्पूरी ठाकुर के पोते डॉ. अभिनव ने कहा कि बहुत अच्छा लग रहा है। उन्होंने कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिए जाने पर पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को धन्यवाद दिया।
बहुत देर से मिला सम्मान लेकिन हम सब खुश- श्रवण कुमार
बिहार सरकार में मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न बहुत देर से मिला है लेकिन हम सब बहुत खुश हैं। जिन लोगों के प्रयास से यह हुआ है, उन्हें बधाई। देर ही सही लेकिन भारत रत्न मिलना बहुत अच्छा है। कर्पूरी ठाकुर के सपने को साकार करने में नीतीश कुमार लगे हुए हैं, उन्होंने जाति आधारित गणना करवाई है। वो कर्पूरी ठाकुर का सपना पूरा करेंगे।
मायावती ने भी किया केंद्र के फैसले का स्वागत
यूपी की पूर्व सीएम और बीएसपी चीफ ने भी कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिए जाने का स्वागत किया है। उन्होंने X पर पोस्ट कर कहा, “देश में खासकर अति-पिछड़ों को उनके संवैधानिक हक के लिए आजीवन कड़ा संघर्ष करके उन्हें सामाजिक न्याय व समानता का जीवन दिलाने वाले जननायक श्री कर्पूरी ठाकुर जी को आज उनकी 100वीं जयंती पर अपार श्रद्धा-सुमन अर्पित।”
एक अन्य पोस्ट में उन्होंने कहा कि बिहार के दो बार मुख्यमंत्री रहे देश के ऐसे महान व्यक्तित्व श्री कर्पूरी ठाकुर जी को देर से ही सही अब भारत रत्न की उपाधि से सम्मानित करने के केन्द्र सरकार के फैसले का स्वागत। देश के इस सर्वोच्च नागरकि सम्मान के लिए उनके परिवार व सभी अनुयाइयों आदि को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।
मायावती ने आगे कहा कि इसी प्रकार दलितों एवं अन्य उपेक्षितों को आत्म-सम्मान के साथ जीने व उन्हें अपने पैरों पर खड़ा करने के लिए बीएसपी के जन्मदाता एवं संस्थापक कांशीराम का योगदान ऐतिहासिक व अविस्मरणीय है, जिन्हें करोड़ों लोगों की चाहत अनुसार भारत रत्न की उपाधि से सम्मानित करना जरूरी।