कर्नाटक में पिछले कई दिनों से राजनैतिक रस्साकशी का दौर चल रहा है। जिसके चलते राज्य की गठबंधन सरकार पर संकट के बादल छाए हुए हैं। राष्ट्रीय राजनीति भी इस मुद्दे से अछूती नहीं है और लोकसभा और राज्यसभा में भी कर्नाटक मुद्दे पर खूब हंगामा हो रहा है। मंगलवार को कर्नाटक संकट के मुद्दे पर कांग्रेस और सहयोगी पार्टी डीएमके के सांसदों ने सदन से वॉकआउट भी किया। इस दौरान कांग्रेस सांसदों ने सदन में नारेबाजी भी की और अनूठी बात ये रही कि राहुल गांधी ने भी इस नारेबाजी में अपने सांसदों का साथ दिया। कांग्रेस सांसदों ने भाजपा पर विधायकों की खरीद-फरोख्त और राज्य सरकार को अस्थिर करने का आरोप लगाया।
दरअसल सदन की कार्यवाही के दौरान कांग्रेस के सदन के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कर्नाटक संकट के मुद्दे को उठाना चाहा और भाजपा पर विधायकों की खरीद फरोख्त करने का आरोप लगाया। लेकिन लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने इसकी इजाजत नहीं दी चूंकि बीते सोमवार को सदन में इस मुद्दे पर चर्चा हो चुकी थी और केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह कर्नाटक मुद्दे पर सरकार का पक्ष रख चुके थे। इस पर अधीर रंजन चौधरी ने पेपर पर कुछ नारे लिखकर अपने साथी सांसदों को पहुंचाए। इसके बाद कांग्रेस सांसदों ने सदन में नारेबाजी शुरु कर दी।
कांग्रेस सांसदों ने सदन में ‘तानाशाही बंद करो’ और ‘शिकार की राजनीति बंद करो बंद करो’ के नारे लगाए। इस दौरान राहुल गांधी ने भी नारेबाजी की। इसके बाद कांग्रेस सांसद वेल में आ गए और वहां भी नारेबाजी की। कांग्रेस के सदन के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि ‘आज कर्नाटक है कल को मध्य प्रदेश में भी ऐसा हो सकता है।’ बाद में कांग्रेस सांसदों के साथ राहुल गांधी और सोनिया गांधी ने भी सदन से वॉक आउट किया। कांग्रेस की सहयोगी पार्टी डीएमके ने भी कांग्रेस के स्टैंड के समर्थन में सदन से वॉक आउट किया। बता दें कि बागी विधायक मुंबई के होटल रेनेसेंस में रुके हुए हैं और कांग्रेस के कद्दावर नेता डीके शिवकुमार उन्हें मनाने के लिए बुधवार को मुंबई पहुंचे हैं, लेकिन बागी विधायकों की शिकायत पर मुंबई पुलिस ने डीके शिवकुमार को होटल में जाने से रोक दिया है।