कांग्रेस ने कर्नाटक में बुधवार को भरोसा जताया कि इस्तीफा देने वाले पार्टी के दो विधायकों में से एक अपना इस्तीफा वापस ले सकता है, जबकि दूसरे ने अपना इस्तीफा पत्र अभी तक विधानसभा अध्यक्ष को नहीं भेजा है। कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्धरमैया ने संवाददाताओं से बात करते हुए अपना यह आरोप दोहराया कि भाजपा राज्य में कांग्रेस-जद(एस) गठबंधन सरकार को अपदस्थ करने की साजिश रच रही है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी इसमें शामिल हैं।

उन्होंने भाजपा के ‘ऑपरेशन लोटस’ की तर्ज पर भगवा पार्टी के विधायकों को कांग्रेस द्वारा अपने पाले में करने की कोई कोशिश किए जाने की बात से इनकार किया। गौरतलब है कि 2008 में ‘ऑपरेशनलोटस’ के तहत भाजपा ने विधानसभा में अपना संख्या बल बढ़ाने के लिए विपक्षी विधायकों को इस्तीफा दिलाने और उन्हें भगवा पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ाने की रणनीति अपनाई थी।

सोमवार को विजयनगर विधायक आनंद सिंह और गोकक विधायक रमेश जरकीहोली के इस्तीफे की घोषणा से 13 माह पुरानी एच डी कुमारस्वामी नीत कांग्रेस-जद(एस) गठबंधन सरकार को दोहरा झटका लगा था। सिद्धरमैया ने मैसूर में कहा, ‘‘सिर्फ आनंद सिंह ने ही (इस्तीफा) दिया है, हम उनसे बात कर रहे हैं। वह इसे वापस ले सकते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने (सिंह ने) इसके पीछे जेएसडब्ल्यू स्टील और भूमि मुद्दा जैसे कारण बताए हैं लेकिन ये सब (इस्तीफे के लिए) कारण नहीं हो सकते।…हम उन्हें मनाएंगे।’’ सिद्धरमैया ने इस बात का जिक्र किया कि जरकीहोली ने इस्तीफा नहीं दिया है। उनका इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष (स्पीकर) तक नहीं पहुंचा है। बल्कि सिर्फ मीडिया में खबर आई थी।

सिद्धरमैया ने कहा, ‘‘स्पीकर रमेश कुमार ने खुद ही कहा है कि उन्हें यह नहीं मिला है।’’ स्पीकर ने खुद कहा है कि एक विधायक ने उन्हें अपना इस्तीफा सौंपा है और वह नियमों के अनुसार इस पर कार्य करेंगे, जबकि दूसरे विधायक के इस्तीफे से वह वाकिफ नहीं हैं।

सिंह द्वारा अपने इस्तीफे की एक प्रति राज्यपाल वजुभाई आर वाला को सौंपे जाने के बारे में अपनी नाराजगी का संकेत देते हुए स्पीकर ने कहा कि किसी विधायक को इस बात की समझ होनी चाहिए कि यह काम किस तरह से किया जाए और इसका निपटारा करने की जिम्मेदारी किसकी है। स्पीकर ने फैक्स के जरिए इस्तीफे भेजे जाने पर भी मंगलवार को सख्त ऐतराज जताया था। इस बीच, सिद्धरमैया ने बुधवार को अपने इन आरोपों को दोहराया कि गठबंधन सरकार को अपदस्थ करने की अपनी योजना के तहत भाजपा राज्य में हो रहे राजनीतिक घटनाक्रम के पीछे मौजूद है।

उन्होंने कहा, ‘‘अमित शाह यह कर रहे हैं, नरेंद्र मोदी भी इसमें शामिल हैं। भाजपा के सभी लोग इसमें शामिल हैं।’’ हालांकि, जद (एस) मंत्री जीटी देवगौड़ा ने बुधवार को कहा कि वह मंगलवार को मोदी और शाह को क्लीन चिट देते हुए दिए गए अपने इस बयान पर कायम हैं कि वे लोग राज्य के ताजा राजनीतिक घटनाक्रम में शामिल नहीं हैं। गौड़ा ने मैसुरू में कहा, ‘‘मैंने जो कहा था उस पर अब भी कायम हूं…यह सच है कि शुरूआत में भाजपा ने यह शुरू किया(सरकार अस्थिर करने की कोशिश), लेकिन मोदी सरकार के आने के बाद इसे रोक दिया गया…।’’