कर्नाटक के हुबली में रविवार को पुलिस मुठभेड़ में पांच साल की बच्ची की हत्या के आरोपी बिहार के एक प्रवासी मजदूर की मौत हो गई। पुलिस को संदेह है कि बच्ची की हत्या से पहले उसके साथ बलात्कार किया गया था, लेकिन इसकी पुष्टि के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। आरोपी की पहचान 35 वर्षीय रितेश कुमार के रूप में हुई है, जो बिहार के पटना का रहने वाला था। जैसे ही घटना हुई थी, उसके बाद शहर के लोगों ने प्रदर्शन किया और पुलिस से कड़ी कार्रवाई की मांग की थी।

भागने का प्रयास का रहा था आरोपी

हुबली-धारवाड़ शहर के पुलिस कमिश्नर एन शशि कुमार ने कहा कि रितेश कुमार को उस समय गोली मारी गई, जब वह भागने के लिए पुलिस पर हमला करने की कोशिश कर रहा था। पुलिस ने रितेश कुमार के पैर और पीठ में गोली मारी। उसे कर्नाटक मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट-हुबली ले जाने पर मृत घोषित कर दिया गया।

पुलिस कमिश्नर ने कहा कि रितेश कुमार पिछले दो-तीन महीनों से हुबली में मजदूर के तौर पर काम कर रहा था। पुलिस के मुताबिक, रितेश कुमार ने रविवार की सुबह बच्ची को चॉकलेट का लालच दिया। बच्ची के पिता पेंटर हैं और मां घरेलू नौकरानी है। मां बच्ची को उस घर में ले गई थी जहां वह काम करती थी और बच्ची बाहर खेल रही थी, तभी आरोपी ने बच्ची को देखा और उसे उठा ले गया।

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जब मां को पता चला कि बच्ची गायब है, तो उसने तुरंत शोर मचाया। स्थानीय लोगों ने बच्ची की तलाश की और हुबली के अध्यापक नगर के एक सुनसान इलाके में उसका शव मिला।

शहर के लोगों ने किया था प्रदर्शन

बच्ची की मौत की खबर फैलने के बाद शहर के कई निवासियों ने आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। इस बीच, रितेश कुमार द्वारा बच्ची को ले जाते हुए सीसीटीवी फुटेज भी वायरल हो गई। केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी (जो धारवाड़ लोकसभा सीट से स्थानीय सांसद हैं) ने बच्ची की हत्या की निंदा की।