Karnataka Schools and Colleges to Remain Closed Tomorrow: कर्नाटक के पूर्व सीएम और पूर्व विदेश मंत्री एस एम कृष्णा के निधन पर राज्य सरकार ने तीन दिवसीय राजकीय शोक की घोषणा की है। एस एम कृष्णा के सम्मान में टॉप गवर्नमेंट ऑफिस के झंडे आधे झुके रहेंगे। सरकार ने इसके लिए एक आदेश भी जारी किया है। आदेश में कहा गया है कि तीन दिनों तक कोई भी सरकारी समारोह या मनोरंजन कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जाएगा। साथ ही बुधवार को सभी शैक्षणिक संस्थान पूरी तरह से बंद रहेंगे।
कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने कहा कि राज्य सरकार कृष्णा का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनके गृहनगर मद्दुर में करेगी। यहां पर बुधवार शाम 4 बजे उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। सरकार ने कल सुबह 8 बजे तक बेंगलुरु में और बुधवार को मद्दुर में सुबह 10.30 बजे से दोपहर 3 बजे तक जनता को उनके अंतिम दर्शन की इजाजत दी है।
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एस एम कृष्णा का राजनीतिक करियर
1 मई 1932 को कर्नाटक के मांड्या जिले के सोमनहल्ली में जन्मे कृष्णा ने 1962 में मद्दुर विधानसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर जीत हासिल की और राजनीति में अपना कदम रखा। कांग्रेस में शामिल होने से पहले वे प्रजा सोशलिस्ट पार्टी से जुड़े हुए थे। मार्च 2017 में उन्होंने कांग्रेस से अपना करीब 50 साल पुराना रिश्ता तोड़ लिया और भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया। उन्होंने जनवरी 2017 में कांग्रेस से इस्तीफा देते हुए कहा था कि पार्टी इस बात को लेकर असमंजस की स्थिति में है कि उसे जन नेताओं की जरूरत है या नहीं। पिछले साल जनवरी में कृष्णा ने अपनी उम्र को कारण बताते हुए सक्रिय राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा की थी।
वह लंबे समय से बीमार थे
कृष्णा लम्बे समय से बीमार थे और अगस्त की शुरूआत में उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 92 साल के कृष्णा 11 अक्टूबर 1999 से 28 मई 2004 तक कर्नाटक के मुख्यमंत्री रहे और उन्होंने 2009 से 2012 तक मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार के दौरान विदेश मंत्री और महाराष्ट्र के राज्यपाल के तौर पर भी अपनी सेवाएं दी है। अपने लंबे राजनीतिक जीवन के सम्मान में एसएम कृष्णा को 2023 में भारत के दूसरे सबसे बड़े नागरिक पुरस्कार पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया। पढ़ें पूरी खबर…