कर्नाटक विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष और कांग्रेस के विधायक के आर रमेश कुमार की बलात्कार पर की गई टिप्पणी के बाद महिलाओं के प्रति समाज की सोच पर एक बार फिर से सवाल खड़े हो गए हैं। समाचार चैनल आजतक के डिबेट शो ‘हल्ला बोल’ में इस विषय पर चर्चा के दौरान जब राजनीतिक दल के प्रवक्ता एक दूसरे के पुराने बयानों को याद दिलाने लगे तो एंकर अजंना ओम कश्यप ने डिबेट में शामिल सभी प्रवक्ताओं को टोकते हुए कहा कि ऐसे नेताओं की संख्या दर्जनों में होगी जो महिला विरोधी बयान देकर आसानी से बच निकलते हैं क्योंकि कोई भी राजनीतिक दल गलत बयानी करने वालों के खिलाफ एक्शन नहीं लेता है। कश्यप के इस टिप्पणी पर संबित पात्रा ने सहमति जताई।
अंजना ओम कश्यप ने संबित पात्रा को रोकते हुए कहा कि ऐसा नहीं है कि आपकी पार्टी के नेताओं ने महिलाओं के खिलाफ बयान नहीं दिए हैं लेकिन भारत के इतिहास में कोई ऐसी पार्टी नहीं होगी जिसने महिलाओं के खिलाफ बयानबाजी करने को लेकर कार्रवाई की होगी, इसलिए ऐसे तमाम नेताओं का मन बढ़ता है और वह बयान देने से गुरेज नहीं करते हैं। डिबेट में शामिल कांग्रेस और सपा प्रवक्ताओं से भी सवाल पूछते हुए कहा कि सपा और कांग्रेस में भी ऐसे नेताओं की लंबी लिस्ट है जो महिलाओं के खिलाफ बयान देते हैं लेकिन कोई राजनीतिक दल एक्शन लेकर मिसाल नहीं पेश करता है।
एंकर की इस टिप्पणी पर संबित पात्रा ने राजनीतिक दलों की गलती मानते हुए यह स्वीकार किया कि ऐसे नेताओं के खिलाफ एक्शन नहीं लिया जाता है। उन्होंने कहा कि आप बिल्कुल सही कह रही है, यह किसी पार्टी में ज्यादा होता है तो किसी में कम होता है। पात्रा के अनुसार, समाज के हर धड़े में महिला विरोधी विचारधारा के लोग है, राजनीतिक दल भी इससे अछूते नहीं है, इसे ठीक करने की जरूरत है क्योंकि यदि हम ही सही नहीं होंगे तो देश कैसे सही होगा। लेकिन यहां वह समाजवादी पार्टी पर निशाना साधने से भी नहीं चूके।
संबित पात्रा ने मुलायम सिंह यादव, आजम खान और अखिलेश यादव के महिला विरोधी बयानों को याद दिलाते हुए कहा कि अगर हम एक दूसरे पर आरोप लगाते रहेंगे तो के आर रमेश कुमार जैसे नेता बचकर निकल जाएंगे। इसी दौरान एंकर ने उन्हें टोकते हुए पूछा कि विश्वेश्वर हेगड़े का क्या, जो कांग्रेस नेता के बयान पर ठहाका लगा रहे थे। इस पर संबित पात्रा ने कहा कि अगर हेगड़े इस पर हंसे हैं तो यह उचित नहीं है, इस पर पार्टी जांच करेगी और एक्शन भी लेगी। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि वह स्पीकर हैं तो उनके खिलाफ विधान परिषद ही कदम उठाएगा।
वहीं कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि कांग्रेस विधायक का बयान निंदनीय है और इस तरह के बयान का समर्थन नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि उन्होंने माफी मांगी लेकिन साथ ही इस बात का दुख भी है कि जब वो ऐसी बयानबाजी कर रहे थे तो किसी ने आपत्ति नहीं जताई, सब वहां हंस रहे थे।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कांग्रेस के विधायक और विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष के आर रमेश कुमार ने ‘बिना सोचे समझे’ की गई अपनी टिप्पणी के लिए शुक्रवार को माफी मांगी है। जैसे ही विधानसभा की कार्यवाही शुरू हुई, कुमार खड़े हो गए और कहा कि उन्होंने (बृहस्पतिवार को विधानसभा में) एक बयान दिया, जिसे लोगों ने अपमानजनक पाया। कुमार ने कहा, ‘‘हालांकि, मेरा इरादा कभी इस सदन की गरिमा को कम करने या निम्न व्यवहार करने का नहीं था। मैं अपना बचाव नहीं करूंगा। मैं सदन की कार्यवाही के दौरान अपने बयान के लिए ईमानदारी से माफी मांगता हूं, अगर इससे देश के किसी भी हिस्से के लोगों को ठेस पहुंची है।’’
इससे पहले, रमेश कुमार ने ट्वीट किया, ‘‘मैं विधानसभा में ‘बलात्कार’ को लेकर की गई अपनी असंवेदनशील और लापरवाहीपूर्ण टिप्पणी के लिए आज सभी से ईमानदारी से माफी मांगना चाहता हूं। मेरा इरादा इस जघन्य अपराध को मामूली या हल्का बनाना नहीं था, बल्कि बिना सोचे समझे की गई टिप्पणी थी। मैं अब से अपने शब्दों को सावधानी से चुनूंगा।’’