कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने गुरुवार को अपने कैबिनेट का विस्तार किया। इस विस्तार में सियासी दागियों को जगह दी गई लेकिन वर्षों से वफादार रहे भाजपाइयों को शामिल नहीं किया गया। जिन लोगों को कैबिनेट में शामिल किया गया है, उनमें एससी सोमशेखर, रमेश लक्ष्मण राव, आनंद सिंह, के सुधारकर, एचए बसावरजा, अराबली हेब्बर शिवराम, बसवानगोडा पाटिल, के गोपालैया, नारायण गोड्डा और श्रीमंत बालासाहिब पाटिल शामिल हैं। ये सब वे विधायक हैं जो कांग्रेस और जेडीएस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए हैं।
येदियुरप्पा ने इस मंत्रिमंडल विस्तार में शामिल होने वाले विधायकों को लेकर पहले ही संकेत दे दिया था। उनका साफ संकेत था कि कांग्रेस-जनता दल (सेकुलर) से टूटने के बाद भाजपा के टिकट पर जीत कर विधानसभा पहुंचे 11 विधायकों में 10 को ही मंत्रिमंडल में शामिल किया जाएगा। हालांकि, पहले उन्होंने सभी को मंत्री बनाने का वादा किया था।
दरअसल कर्नाटक में कैबिनेट विस्तार की कवायद पिछले कई दिनों से चल रही थी लेकिन कई विवादों के वजह से ऐसा नहीं हो पा रहा था। पिछले दिनों सीएम बीएस येदियुरप्पा ने कैबिनेट विस्तार को लेकर अमित शाह से लंबी बातचीत भी की थी। वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की 50वीं सालाना बैठक में हिस्सा लेने के लिए दावोस रवाना होने से पहले सीएम येदियुरप्पा ने कैबिनेट विस्तार की जानकारी दी थी।
उस समय कहा गया था कि येदियुरप्पा के दावोस से लौटते ही कैबिनेट विस्तार हो जाएगा। लेकिन एक दिन पहले बुधवार को सीएम ने स्पष्ट किया कि गुरुवार को विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलायी जाएगी। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने 10 नये मंत्रियों को शामिल करने के साथ ही छह माह पुराने अपने मंत्रिमंडल का बृहस्पतिवार को विस्तार किया। मंत्रियों ने राज भवन में सादे समारोह में शपथ ली। राज्यपाल वजुभाई वाला ने उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई।