Karnataka Assembly Floor Test Result: बीते चार दिनों से विधानसभा में जारी विश्वासमत पर चर्चा के बाद आखिरकार मंगलवार को कांग्रेस-जेडीएस की कुमारस्वामी सरकार बहुमत न होने का कारण गिर गई। विधानसभा में पिछले गुरुवार को उन्होंने विश्वास मत का प्रस्ताव पेश किया था। विधानसभा अध्यक्ष के आर रमेश कुमार ने ऐलान किया कि 99 विधायकों ने प्रस्ताव के पक्ष में वोट दिया है जबकि 105 सदस्यों ने इसके खिलाफ मत दिया है। इस प्रकार यह प्रस्ताव गिर गया। कांग्रेस-जेडीएस उन 16 विधायकों को मनाने में नाकाम रहे जिन्होंने सरकार के खिलाफ बागी रुख अपना लिया था। सरकार गिरने के बाद बीजेपी विधायकों ने बीएस येदियुरप्पा को बधाई दी। विश्वास मत पर जीत के बाद येदियुरप्पा ने कहा कि यह लोकतंत्र की जीत है। राज्य की जनता कुमरास्वामी सरकार से त्रस्त हो चुकी थी। मैं कर्नाटक के लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि विकास का एक नया युग अब शुरू होगा।
वहीं कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने मंगलवार को एकबार फिर से बीजेपी पर खरीद-फरोख्त का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि विधायकों ने अपनी राजनीतिक समाधि तैयार कर ली है। उन्हें अयोग्य घोषित किया जाएगा। 2013 के बाद जिस भी अयोग्य नेता ने चुनाव लड़ा उन्हें हार का सामना करना पड़ा। वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डीके शिवकुमार ने विश्वासमत प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान कहा कि भाजपा नेताओं ने नहीं बल्कि बागी विधायकों ने उनकी पीठ में छुरा घोंपा है, लेकिन चिंता ना करें, वो आपके साथ भी ऐसा ही करेंगे। वो मंत्री नहीं बन सकेंगे।
कर्नाटक के राज्यपाल वाजुभआई वाला ने मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी का इस्तीफा स्वीकार किया।
भाजपा ने कहा कि मुंबई में डेरा डाले बैठे कर्नाटक के विधायक, येदियुरप्पा के मुख्मयंत्री पद की शपथ लेने के बाद लौटेंगे।
बीजेपी के बेंगलुरु स्थित पार्टी कार्यालय में जश्न मनाते कार्यकर्ता।
बीजेपी कर्नाटक में सरकार बनाने का दावा पेश करेगी। सूत्रों के हवाले से यह जानकारी सामने आई है।
विश्वासमत के समर्थन में 99 वोट और खिलाफ में 105 वोट पड़े। कुमारस्वामी उन 16 विधायकों को मनाने में नाकाम रहे जिन्होंने सरकार के खिलाफ बागी रुख अपना लिया था।
बीते चार दिनों से विधानसभा में जारी विश्वासमत पर चर्चा के बाद आखिरकार मंगलवार को कांग्रेस-जेडीएस की कुमारस्वामी सरकार बहुमत न होने का कारण गिर गई।
विश्वास मत पर चार दिन तक चली चर्चा के बाद मंगलवार देर शाम विधानसभा में विश्वास मत पर वोटिंग शुरू हो चुकी है। विधानसभा के दरवाजे कर दिए गए हैं। माना जा रहा है कि बहुमत का आंकड़ा न होने की वजह से कुमारस्वामी सरकार गिर सकती है।
कर्नाटक के सीएम किसी भी वक्त इस्तीफा दे सकते हैं। उन्होंने कहा है कि वह खुशी-खुशी इस पद को छोड़ने के लिए तैयार हैं। इस बीच हिंसा की आशंका को देखते हुए पूरे बेंगलुरु में धारा 144 लागू कर दी गई है। बेंगलुरु के पुलिस कमिश्नर ने शहर में शाम 6 बजे से धारा 144 लागू करने का आदेश दिया है। यह बुधवार तक लागू रहेगी। पुलिस ने निर्देश दिए हैं कि इस दौरान सभी पब, दुकानें बंद रहेंगी।
कुमारस्वामी ने सदन में कहा कि जब 2018 के कर्नाटक विधानसभा चुनाव के परिणाम आए थे तो मैं राजनीति छोड़ना चाहता था। उन्होंने कहा कि किसानों का गठबंधन सरकार पर पूरा विश्वास है क्योंकि हमने उनकी सभी मांगों को पूरा किया है। कांग्रेस-जेडीएस अच्छा काम करने के लिए साथ आई थी। मैं एक एक्सिडेंटल सीएम हूं।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बेंगलूरू स्थित रेस कोर्स अपार्टमेंट के बाहर जमकर विरोध प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि निर्दलीय विधायकों को यहां पर ही रखा गया है।
कांग्रेस नेता सिद्धरमैया और भाजपा के नेता विपक्ष येदियुरप्पा के बीच बागी विधायकों को जारी व्हिप को लेकर विधानसभा में तर्क-वितर्क हुआ। कुमारस्वामी द्वारा लाए गए विश्वास मत प्रस्ताव पर चर्चा शुरू होने के दौरान येदियुरप्पा ने कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्धरमैया से कहा कि बागी विधायकों को उनके द्वारा जारी किए गए व्हिप का कोई मूल्य नहीं है।
भाजपा नेता ने कहा, ‘‘कानून की मेरी समझ यह है कि उच्चतम न्यायालय ने विधायकों (बागी) को व्हिप से संरक्षण प्रदान किया है। उन्हें विधानसभा की कार्यवाही में भाग लेने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता है। आप चाहे मुझसे सहमत हों या न हों, लेकिन आपके व्हिप का कोई मूल्य नहीं है।’’सिद्धरमैया ने जवाब में कहा कि शीर्ष अदालत ने उनके व्हिप जारी करने पर रोक नहीं लगाई है और विधानसभा अध्यक्ष ने उनके इस अधिकार को बरकरार रखा है। ’
भाजपा ने कर्नाटक सरकार पर आये बड़े राजनीतिक संकट के बीच सीएम कुमारस्वामी पर अपने पद का इस्तेमाल करते हुए आखिरी घड़ी तक करदाताओं का पैसा ‘बर्बाद’ करने का आरोप लगाया। विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव पर बहस जारी है और कुमारस्वामी देर से पहुंचे। इस पर भाजपा ने ट्वीट कर उन पर कटाक्ष किया।
पार्टी ने ट्वीट किया, ‘‘कर्नाटक में विश्वास प्रस्ताव पर सत्र शुरू हो गया है लेकिन मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी ताज वेस्ट एंड होटल में आराम फरमा रहे हैं। उनका संदेश साफ है। वह मुख्यमंत्री के तौर पर आखिरी घड़ी तक करदाताओं का पैसा लूटते और बर्बाद करते रहेंगे।’’
कर्नाटक सरकार के बागी विधायकों के वकीलों ने आज स्पीकर से उनके चैंबर में मुलाकात की। इसके साथ ही कांग्रेस पार्टी के एक दल ने भी स्पीकर से मुलाकात की। कांग्रेस की मांग है कि बागी विधायक विधानसभा में आएं और विधानसभा की कार्यवाही में हिस्सा लें।
कर्नाटक विधानसभा में मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी द्वारा पेश विश्वास प्रस्ताव पर तीन दिन तक चर्चा के बाद भी अभी तक फ्लोर टेस्ट नहीं हो सका है। कांग्रेस और जदएस के सदस्य इस बात पर अड़े हैं कि मतविभाजन उच्चतम न्यायालय के फैसले तक रुक सकता है। सदन में हंगामे के बीच विश्वास प्रस्ताव पर चर्चा हुई। कांग्रेस ने शुरू से ही अपने इरादे स्पष्ट कर दिए थे कि मतविभाजन स्थगित कर दिया जाए क्योंकि शीर्ष अदालत में विश्वासमत के मुद्दे पर निर्दलीय विधायकों की अर्जियां विचाराधीन हैं।
कर्नाटक भाजपा ने एक ट्वीट कर सीएम कुमारस्वामी पर निशाना साधा है। भाजपा ने ट्वीट में लिखा कि विधानसभा में विश्वास मत पर चर्चा हो रही है और वहीं सीएम एचडी कुमारस्वामी ताज वेस्ट एंड होटल में आराम कर रहे हैं। संदेश साफ है कि वह अंतिम सेकेंड तक भी करदाताओं के पैसों की लूट और बर्बादी करना जारी रखेंगे। वह और उनकी पार्टी को जल्द ही कन्नड़ जनता को जवाब देना होगा।
मुंबई के एक होटल में ठहरे बागी विधायकों को चेतावनी देते हुए वरिष्ठ मंत्री डी के शिवकुमार ने उन्हें याद दिलाया कि यदि वे नोटिस के जवाब में मंगलवार को विधानसभाध्यक्ष के सामने नहीं आए तो वे अयोग्य ठहराये जाने का सामना करेंगे। सत्तारूढ़ गठबंधन के 17 सहित 20 विधायकों ने सोमवार को सदन की कार्यवाही में हिस्सा नहीं लिया। इसमें दो निर्दलीय और बसपा सदस्य एन महेश शामिल हैं जो सरकार का समर्थन कर रहे हैं।
कार्यवाही लंबी चलने से क्षुब्ध प्रतीत हो रहे अध्यक्ष ने स्पष्ट रूप से कहा कि मंगलवार को शाम 4 बजे तक चर्चा समाप्त हो जाएगी और शाम 6 बजे तक मतदान प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
भाजपा के वरिष्ठ नेता जे. शेट्टार ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि आज सरकार (कर्नाटक सरकार) का आखिरी दिन है। शेट्टार के मुताबिक यदि सदन में फ्लोर टेस्ट होता है तो यकीनन सरकार की हार होगी।
विधानसभाध्यक्ष के आर रमेश कुमार ने सरकार को बार-बार याद दिलाने के बाद सोमवार को दोपहर 11.45 बजे सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी कि उसे विश्वासमत की कार्यवाही सोमवार को समाप्त करने की अपनी प्रतिबद्धता का सम्मान करना चाहिए, लेकिन कांग्रेस ने दिन की कार्यवाही के अंत में हंगामा किया। कुमारस्वामी और उपमुख्यमंत्री जी परमेश्वर कार्यवाही की समाप्ति के समय सदन में मौजूद नहीं थे। उस समय कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्धारमैया ने विधानसभा अध्यक्ष से कहा, ‘‘100 प्रतिशत .. मतदान कल हो सकता है।’’
वहीं कर्नाटक के दो बागी विधायकों की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट मंगलवार को सुनवाई करेगा। बागी विधायकों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर मांग की थी कि कर्नाटक में तत्काल फ्लोर टेस्ट कराया जाए। आज सुप्रीम कोर्ट के फैसले के साथ ही कर्नाटक में फ्लोर टेस्ट का भी रास्ता साफ हो जाएगा।
भाजपा के विधायक बस में सवार होकर विधानसभा के लिए रमादा होटल से निकल गए हैं। इस दौरान विधायकों ने मीडिया को विजय चिन्ह बनाकर दिखाए। माना जा रहा है कि कर्नाटक विधानसभा में आज फ्लोर टेस्ट हो सकता है।