भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के नेता कन्हैया कुमार ने ट्वीट कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला है। उन्होंने तंज करते हुए लिखा कि आख़िर दोस्त ही तो दोस्त के काम आते हैं! कन्हैया कुमार का इशारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और देश के कुछ उद्योगपतियों की दोस्ती की तरफ था। उनके द्वारा किये गए ट्वीट पर लोगों की तरफ से तरह-तरह के कमेंट्स आने लगे।
कन्हैया कुमार ने ट्वीट मे लिखा था कि आख़िर दोस्त ही तो दोस्त के काम आते हैं! साहेब के दोस्त उनको चंदा देते हैं और साहेब सरकारी सम्पत्ति कौड़ियों के दाम में बेच कर उनको धंधा देते हैं। जय- वीरु की तरह मालिक और शेरू की दोस्ती के चक्कर में जनता रोज़ ‘गब्बर सिंह टैक्स’ भर रही है। पूर्व छात्र नेता के ट्वीट पर लोगों की तरफ से अलग-अलग तरह के कमेंट्स आए। रिद्धि जैन नाम के एक ट्विटर यूजर (@Ridhijain0021) ने लिखा कि आज LIC के कर्मचारी आंतकवादी बने हुए हैं। हौसला रखो सबका नंबर आयेगा।
आख़िर दोस्त ही तो दोस्त के काम आते हैं!!
साहेब के दोस्त उनको चंदा देते हैं और साहेब सरकारी सम्पत्ति कौड़ियों के दाम में बेच कर उनको धंधा देते हैं।
जय- वीरु की तरह मालिक और शेरू की दोस्ती के चक्कर में जनता रोज़ ‘गब्बर सिंह टैक्स’ भर रही है।— Kanhaiya Kumar (@kanhaiyakumar) March 17, 2021
एक अन्य ट्विटर यूजर (@SatishM81957227) ने कन्हैया से सवाल किया कि आप स्वयं को इतना समझदार व ईमानदार बतलाते हैं तो बेगूसराय की जनता ने आपकी जमानत क्यों जब्त करवा दी? अमर नाथ कुमार नाम के एक यूजर (@amar1301) ने लिखा कि लेकिन कन्हैया जी, खरीदने वालों को भी सोचना चाहिए। हम भारतीय उनको इतनी आसानी से नहीं छोड़ देंगे। बाद में इन प्राइवेट कंपनियों को हम भारतीयों को झेलना मुश्किल हो जाएगा।
दीपक कुमार नाम के ट्विटर यूजर (@deepakk66292179)ने लिखा कि जब तक दवाई नहीं तब तक ढिलाई नहीं ,लगातार हाथ धोते रहिये,कभी नौकरी से, कभी सैलरी से, कभी पेंशन से, कभी बिजनेस से, कभी रोजगार से सरकार आपके साथ है।
बताते चलें कि हाल के दिनों में कन्हैया कुमार लगातार ट्वीट कर सरकार पर हमला कर रहे हैं। बैंक कर्मियों के हड़ताल के समर्थन में भी उन्होंने ट्वीट किया था। कन्हैया कुमार ने लिखा था कि बैंक कर्मियों ने दो दिन की हड़ताल करके बैंक को इसलिए बंद किया है ताकि बैंकों के निजीकरण के नाम पर आम लोगों की गाढ़ी कमाई अपने दोस्तों पर लुटाने की सरकार की साज़िश को नाकाम किया जा सके।

