पंजाब, मणिपुर, गोवा, उत्तराखंड और यूपी के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन खराब रहा है। ऐसे में कांग्रेस के G-23 के नेताओं की असंतुष्टि बाहर आने लगी है। इसको लेकर भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने तंज कसते हुए एक ट्वीट में लिखा है कि अगर इसी तरह कांग्रेस के नेताओं का आत्मबल जगता रहा तो एक दिन इस पार्टी में केवल एक परिवार के सदस्य ही बचेंगे।
बता दें कि पांच राज्यों के चुनाव नतीजों के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने गांधी परिवार को केंद्रीय नेतृत्व से अलग होने की हिदायत दी थी। उन्होंने कांग्रेस को ‘घर की कांग्रेस’ की जगह ‘सबकी कांग्रेस’ बनाने की बात कही थी। ऐसे में पार्टी में हलचल देखने को मिल रही है। इस घमासान को देखते हुए भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने एक ट्वीट से तंज कसा है।
उन्होंने लिखा, “कांग्रेस के अंदर अभी 3-जी (3 गांधी या गांधी परिवार) के विरुद्ध जी- 23 काम कर रहा है। इसी तरह अगर कांग्रेस नेताओं का आत्मबल जागता गया तो एक दिन इस पार्टी में केवल एक परिवार के सदस्य ही बचेंगे।”
बता दें कि पांच राज्यों के चुनाव हारने के बाद कांग्रेस में आत्ममंथन का दौर जारी है। 18 मार्च को पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने पहुंचे थे। माना जा रहा है कि इस मुलाकात में उन्होंने पार्टी हित में कुछ सुझाव दिये हैं। हालांकि उन्होंने इस मुलाकात को रूटीन मुलाकात बताया।
वहीं इससे पहले गुलाम नबी आजाद के घर 16 मार्च की देर शाम डिनर के बहाने एक बैठक बुलाई गई थी। इसमें जी-23 ग्रुप के 18 नेताओं ने हिस्सा लिया था। बैठक में कांग्रेसी नेताओं ने सीधे तौर पर पार्टी नेतृत्व पर सवाल खड़े किए थे। नाराज नेताओं का कहना है कि कांग्रेस का मजबूत होना जरूरी है।
वरिष्ठ नेताओं ने सुझाव दिया कि 2024 चुनावों के लिए कांग्रेस को बाकी दलों के साथ तालमाल बिठाना होगा। इस बैठक में सवाल खड़ा किया गया कि जिन राज्यों में कांग्रेस हारी, वहां के प्रदेश अध्यक्षों से इस्तीफा लिया गया तो वहां के प्रभारियों और महासचिवों का इस्तीफा क्यों नहीं लिया गया। दरअसल पार्टी नेताओं का इशारा प्रियंका गांधी पर था। बता दें कि प्रियंका गांधी यूपी में पार्टी को लीड कर रही थीं।