लीना मणिमेकलाई की डॉक्यूमेंट्री “काली” के पोस्टर को लेकर चल रहे विवाद के बीच तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा का बड़ा बयान आया है। उनका कहना है कि उनके लिए काली मांस-मदिरा स्वीकार करने वाली देवी है। उन्होंने कहा कि इस बात की हर किसी को आजादी है कि वो अपने भगवान की किस तरह से कल्पना करता है और इस पर किसी को कोई ऐतराज भी नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग तरीकों से पूजा की जाती है, जिस पर हमें कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए।
उन्होंने कहा, “अगर आप सिक्किम और भूटान जाओगे तो वहां के लोग जब सुबह पूजा करते हैं तो वो व्हिसकी चढ़ाते हैं। वहीं, कई जगह ऐसी हैं, जहां लोग इसको भगवान के तिरस्कार के रूप में देखते हैं। तो यह किसी भी व्यक्ति के ऊपर निर्भर करता है को वो किस तरह मानते हैं। मेरे लिए देवी काली मदिरा और मांस स्वीकार करने वाली है।”
उन्होंने कहा, “मैं एक हिंदू हूं और काली की पूजा करतूी हूं तो ये मेरी आजादी होनी चाहिए कि मैं उनकी कल्पना किसी तरह करूं। मुझे नहीं लगता है कि इससे किसी की भावनाएं आहत होनी चाहिए। मुझे भी उतनी ही आजादी है, जितनी किसी और को कि वो देवी काली को शाकाहारी की तरह देखते हैं।”
गौरतलब है कि लीना मणिमेकलाई की डॉक्यूमेंट्री काली के पोस्टर को लेकर देश में बवाल मचा हुआ है। सोशल मीडिया पर मेकर्स की गिरफ्तारी की मांग की जा रही है। इस मामले में दिल्ली और उत्तर प्रदेश में एफआईआर भी दर्ज की गई है। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, प्रोड्यूसर लीना मणिमेकलाई के खिलाफ आपराधिक साजिश, पूजा स्थल पर अपराध, जनबूझकर धार्मिक भावनाओं को आहत करने के इरादे से शांति भंग करने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है।
बता दें कि कनाडा में देवी काली का एक पोस्टर जारी किया गया था, जिसमें उनके हाथ में सिगरेट है और वो LGBTQ का फ्लैग लिए हुए भी नजर आ रही हैं। इस पोस्टर ने भारत में भूचाल ला दिया है। सोशल मीडिया पर लोगों ने निर्माता को खूब सुनाया है। उधर, मणिमेकलाई की तरफ से भी इस पर स्पष्टीकरण आया है। उन्होंने तमिल में पोस्ट शेयर करते हुए कहा, “इस फिल्म में दिखाया गया है कि एक शाम काली प्रकट होती हैं और टोरंटो की सड़कों पर घूमने लगती हैं। अगर आप इस फिल्म को देखेंगे तो आप मेरी गिरफ्तारी की मांग नहीं करेंगे, बल्कि मुझेस प्यार करने लगेंगे।”