लंबे समय से कांग्रेस से नाराज चल रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री और युवा नेता जितिन प्रसाद ने बुधवार को भाजपा का दामन थाम लिया। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के लिए इसे एक बड़े झटके के रूप में देखा जा रहा है। युवा नेता के भाजपा में शामिल होने के बाद कई कांग्रेस नेताओं ने इसपर नाराजगी व्यक्त की है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने जितिन प्रसाद के इस फैसले पर तंज़ कसते हुए ट्वीट किया “जितिन प्रसाद ने बीजेपी जॉइन कर ली। ऐसे में एक सवाल ये उठता है कि उन्हें बीजेपी की तरफ से ‘प्रसाद’ मिलेगा या फिर सिर्फ यूपी चुनावों के लिए उन्हें फंसाया गया है। ऐसे मामलों में बदलाव तब आसान होता है, जब आपकी कोई विचारधारा नहीं होती है।” सिब्बल के अलावा पार्टी के दिग्गज नेता शशि थरूर ने भी ट्विटर पर पूछा कि क्या राजनीति बिना सिद्धांत के हो सकती है।
थरूर ने लिखा “क्या राजनीति सिद्धांत से रहित करियर हो सकती है? राजनीति विचारों के बारे में होनी चाहिए या यह कुछ भी नहीं है। क्या एक दृढ़ विश्वास वाला व्यक्ति राजनीतिक दलों को बदल सकता है, जिस तरह से एक क्रिकेटर आईपीएल टीमों को बदलता है?”
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कल जितिन प्रसाद के भाजपा में शामिल होने के फैसले को उनके चेहरे पर एक बड़ा तमाचा बताया है। रावत ने कहा, “जितिन प्रसाद का भाजपा में शामिल होना हमारे चेहरे पर एक बड़े थप्पड़ की तरह है। यह दुखद और निराशाजनक है। मुझे आश्चर्य है कि उन्होंने कांग्रेस को ‘एक क्षेत्रीय पार्टी’ कहा और उस पार्टी में शामिल हो गए जिसके खिलाफ उनके परिवार ने लड़ाई लड़ी।”
वहीं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कुलदीप बिश्नोई ने ट्वीट किया, ‘‘पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया … और अब जितिन प्रसाद …। कांग्रेस के लिए यह बड़ा झटका है क्योंकि हम उन नेताओं को खो रहे हैं जिन्होंने पार्टी को दिया और आगे भी दे सकते थे।’’
उन्होंने यह भी कहा, ‘‘इससे मैं सहमत हूं कि उन्हें कांग्रेस को, खासकर इस मुश्किल समय में नहीं छोड़ना चाहिए था। परंतु कांग्रेस को जन नेताओं की पहचान करके उन्हें मजबूत करना चाहिए ताकि राज्यों में फिर से जीत हासिल की जा सके।’’
पार्टी में ‘‘सम्मान’’ के साथ शामिल करने के लिए प्रसाद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, शाह और नड्डा को धन्यवाद देते हुए कहा कि उन्होंने बहुत विचार-मंथन के बाद यह फैसला लिया है। उन्होंने कहा, ‘‘आज से मेरे राजनीतिक जीवन का एक नया अध्याय शुरु हो रहा है।’’
भगवा दल में शामिल होने की वजह बताते हुए उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में उन्होंने अनुभव किया कि अगर देश में असली मायने में कोई राजनीतिक दल है तो वह भाजपा ही है। उन्होंने कहा, ‘‘बाकी दल तो व्यक्ति विशेष और क्षेत्र विशेष के होकर रह गए हैं। आज देश हित के लिए कोई दल और नेता सबसे उपयुक्त है और वह मजबूती के साथ खड़ा है तो वह भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं।’’