दीप मुखर्जी और ओमकार गोखले।

International Yoga Day 2022: आज पूरी दुनिया अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मना रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद 15 हजार लोगों के साथ कर्नाटक के मैसूर ग्राउंड पर योगा कर रहे हैं। पिछले 8 साल से अंतरराषट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है लेकिन इस बार के योग दिवस पर एक खास बात देखने को मिली है। इस योग दिवस पर पहली बार हाई कोर्ट योग दिवस समारोह आयोजित कर रहे हैं। हाईकोर्ट के जजों, वकीलों और कर्मचारियों को भी 21 जून को सुबह 6:30 बजे योग के पर आमंत्रित करने के लिए पीएम मोदी ने लाइव टेलीकॉस्ट में हिस्सा लेने के लिए अदालत परिसर में आमंत्रित किया है। राजस्थान उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार (प्रशासन) भारत भूषण गुप्ता ने कहा: “यह पहली बार है जब अदालत योग दिवस समारोह आयोजित करेगी। ऐसा इसलिए किया जा रहा है क्योंकि हमें, न्याय विभाग को भारत सरकार से निर्देश मिले हैं।”

बॉम्बे हाई कोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल महेंद्र चांदवानी और कोर्ट के रजिस्ट्रार राहुल भागवत ने कहा कि आयुष मंत्रालय ने सुप्रीम कोर्ट के साथ-साथ इस आयोजन के लिए कानून और न्याय मंत्रालय के संबंध में भी दिशानिर्देश जारी किए हैं। राहुल भागवत ने कहा कि मुंबई में इसकी प्रमुख सीट के अलावा, गोवा, औरंगाबाद और नागपुर में उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों और रजिस्ट्री के सदस्य भी योग दिवस मनाएंगे।

पहले जारी नोटिफिकेशन में पूर्व जजों के नाम थे लेकिन बाद में ….
शुरुआत में राजस्थान हाईकोर्ट के पूर्व जजों, वकीलों और कर्मचारियों के लिए नोटिफिकेशन जारी किया गया था लेकिन बाद में योग दिवस के दिन सुबह 7 बजे से सुबह 7:45 बजे तक सभी को शामिल होने के लिए लाइव टेलिकॉस्ट में पीएम मोदी ने खुद आमंत्रित किया। बॉम्बे हाईकोर्ट ने मौजूदा जजों, रजिस्ट्री के अधिकारियों और बार के सदस्यों को योग करने के लिए आमंत्रित किया है। मंगलवार 21 जून को राजस्थान हाईकोर्ट के लिए जारी की गई अधिसूचना में कहा गया, राजस्थान उच्च न्यायालय द्वारा 18 जून को जारी एक नोटिफिकेशन में कहा गया है कि पीएम योग दिवस के अवसर पर मैसूर से सुबह 6.40 बजे से सुबह 7 बजे तक संबोधित देने वाले हैं। अत: जोधपुर में रहने वाले सभी वर्तमान एवं पूर्व माननीय जजों, रजिस्ट्री के अधिकारियों, वकीलों एवं राजस्थान उच्च न्यायालय, जोधपुर के अन्य सभी अधिकारियों से अनुरोध है कि वे प्रातः 6.30 बजे योग करने के लिए एकत्रित हों।

हमने पहले कभी ऐसा नहीं सुना थाः पूर्व जज पानचंद जैन
राजस्थान हाईकोर्ट के पूर्व न्यायाधीश पानचंद जैन ने हमारे सहयोगी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस को बताया, ‘उन्होंने कभी भी न्यायाधीशों को इस तरह के कार्यक्रम के लिए उपस्थित होने के लिए नहीं सुना था।’ वहीं नाम नहीं छापने की शर्त पर एक वरिष्ठ अधिवक्ता ने कहा, “मुझे नहीं पता कि एक संवैधानिक अदालत को पीएम के भाषण से इतना उत्साहित क्यों होना पड़ता है।” दरअसल हकीकत तो ये है कि राजस्थान हाईकोर्ट अभी गर्मी की छुट्टियों की वजह से बंद है और ये 27 जून को खुलेगा। राजस्थान हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल सूर्य प्रकाश काकड़ा ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि आमंत्रण इस तरह के अन्य आयोजनों की प्रकृति में था। काकरा ने कहा, “अन्य समारोहों की तरह, हमने सभी को योग के लिए आमंत्रित किया है।”

बॉम्बे हाईकोर्ट के कार्यक्रम में 100-125 लोगों के हिस्सा लेने की संभावना
भागवत ने कहा कि हाईकोर्ट एडमिनिस्ट्रेशन और हाईकोर्ट लीगल सर्विसेज कमेटी द्वारा आयोजित कार्यक्रम में 20-25 जस्टिस, चीफ जस्टिस दीपांकर दत्ता, बॉम्बे हाईकोर्ट रजिस्ट्री के सदस्य और बार एसोसिएशन के सदस्यों सहित कम से कम 100-125 लोगों के भाग लेने की संभावना है। कानूनी सेवा समिति। जजों सहित प्रतिभागियों के लिए योग सत्र उच्च न्यायालय के कमरा संख्या 55, 72 और 37 में आयोजित किया गया है। प्रतिभागियों के लिए सुबह 6.45 से 7 बजे के बीच प्रधानमंत्री के भाषण के सीधा प्रसारण के लिए प्रोजेक्टर और स्क्रीन की व्यवस्था की गई है।

गोवा, औरंगाबाद और नागपुर पीठ के सदस्य भी मनाएंगे योग दिवस
भागवत ने कहा कि उच्च न्यायालय के गोवा, औरंगाबाद और नागपुर पीठ के न्यायाधीश और रजिस्ट्री के सदस्य भी योग दिवस मनाएंगे। इसके अलावा, महाराष्ट्र भर की अधीनस्थ अदालतों को भी जिला कानूनी सेवा प्राधिकरणों और स्थानीय उप-समितियों की सहायता से इसी तरह से कार्यक्रम आयोजित करने का निर्देश दिया गया है। हाईकोर्ट के एक अन्य अधिकारी ने कहा,”21 जून को 2015 में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मान्यता दिए जाने के बाद से पहली बार योग दिवस समारोह आयोजित किए जा रहे हैं क्योंकि हमें न्याय विभाग से निर्देश प्राप्त हुए हैं।”