भाजपा ओबीसी विंग के नेता रंजीत श्रीनिवासन की हत्या के मामले में फैसला सुनाने वाले जज को धमकियां मिलने लगी। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर मावेलिककारा अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश को धमकियां दी जा रही थी। पुलिस ने इन धमकियों के संबंध में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है और दो लोग हिरासत में हैं।
एक गिरफ्तार और दो लोग हिरासत में
केरल पुलिस ने बुधवार को मावेलिक्कारा के अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश वीजी श्रीदेवी को दी गई ऑनलाइन धमकियों को गंभीरता से लेते हुए उनकी सुरक्षा बढ़ा दी थी। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है और दो लोग हिरासत में हैं। पुलिस ने कहा जल्द ही सच सामने आ जाएगा क्योंकि जांच अभी जारी है।
अदालत ने मंगलवार को अलप्पुझा जिले में 2021 में हुई भाजपा ओबीसी विंग नेता की हत्या के मामले में प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) से जुड़े 15 लोगों को मौत की सजा सुनाई थी। इसके तुरंत बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फैसला सुनाने वाले जज के अपमान करने वाले पोस्ट सामने आए और अलग अलग अकाउंट्स द्वारा शेयर किए गए।
बीजेपी नेता की PFI और SDPI के कार्यकर्ताओं ने की थी हत्या
आदेश में अदालत ने कहा कि इस मामले में सभी आरोपी व्यक्तियों को मौत की सजा देने का पूरा जस्टिफिकेशन है। वकील और भाजपा ओबीसी मोर्चा के राज्य सचिव श्रीनिवासन पर 19 दिसंबर 2021 को उनके परिवार के सामने पीएफआई और सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI) से जुड़े कार्यकर्ताओं द्वारा उनके घर में बेरहमी से हमला किया गया और उनकी हत्या कर दी गई। पुलिस ने उस समय कहा था कि उन्हें संदेह है कि यह हत्या एसडीपीआई नेता के एस शान की हत्या के बदले में की गई थी। शान की हत्या मामले की सुनवाई अभी शुरू नहीं हुई है।
8 आरोपियों को सीधे हत्या में दोषी पाया गया है
कोर्ट ने 8 आरोपियों को सीधे हत्या में शामिल पाया है। 8 पर धारा 302 (हत्या), 149 (गैर कानूनी जमावड़ा), 449, 506 (धमकी) और 341(आईपीसी) का गलत इस्तेमाल) का दोषी पाया गया है। हत्या के समय 9 आरोपी हथियारों से लैस होकर आरएसएस नेता के घर के बाहर पहरा दे रहे थे और इनको आईपीसी की धारा 302R/W 149 और 447 के तहत दोषी ठहराया गया है।