देश में कोरोनावायरस के चलते संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने इस स्थिति को नियंत्रित करने के लिए 24 मार्च को ही 21 दिन के लॉकडाउन का ऐलान कर दिया था। गृह मंत्रालय ने निर्देश जारी कर कहा था कि लॉकडाउन के दौरान किसी भी तरह के धार्मिक कार्यक्रम या जमाव की इजाजत नहीं दी जा सकती। हालांकि, इसके बावजूद पिछले कुछ दिनों में वीडियो सामने आए हैं, जिनमें मुस्लिमों की भीड़ को मस्जिद में नमाज के लिए घुसते देखा जा सकता है। इस पर अब ऑल इंडिया मुस्लिम इतेहाद्दुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने प्रतिक्रिया दी है। ओवैसी ने मुस्लिमों से अपील की कि वे जुमे की नमाज घर में अदा करें।
उन्होंने अपील में कहा, “सभी मुसलमानों से मेरी अपील है कि कल बरोज जुम्मा, घर पर ज़ुहर की नमाज अदा करें और मस्जिदों में जमा होने की शक्ल न बनाएं। इस लड़ाई में आगे बढ़ने का एकमात्र तरीका है सामाजिक दूरी बनाए रखना। हमें बड़ी सभाओं को रोकना जरूरी होगा।”
ओवैसी की इस अपील का वीडियो पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने शेयर किया। उन्होंने लिखा, “असदुद्दीन ओवैसी ने लोगों से अपील की है कि वे नमाज के लिए मस्जिदों में भीड़ न जुटाएं। जुमे की नमाज घर में करें। यह बहुत शानदार संदेश है। बहुत खूब।”
राजदीप के इस ट्वीट पर लोगों ने उन्हें ट्रोल करना शुरू कर दिया है। पिनाक नाम के एक यूजर ने ट्विटर पर लिखा, “नवरात्रि में माता के मंदिर बंद, ताकि भीड़ न हो, क्या यह अच्छी खबर नहीं है?” वहीं मुदित पाराशरी नाम के यूजर ने लिखा, “ओवैसी यह अपील तब कर रहे हैं जब राज्य सरकार पहले ही ये आदेश दे चुकी है और पुलिस हर मस्जिद की सुरक्षा कर रही है। अब आप बताइए कि उन्होंने ऐसा क्या ‘बहुत खूब’ काम किया? ये तो उन्हें बहुत पहले ही कह देना चाहिए था।” धर्मदूत नाम के ट्विटर हैंडल ने लिखा, “तुम तो ऐसे नाच रहे हो, जैसे उसने तुम्हारे लिए कोई अच्छा काम किया हो। इसे कहते हैं स्टॉकहोम सिंड्रोम।”