इस मेले के लिए पंजीकरण उसी दिन सुबह 9:30 और 10:30 बजे के बीच आयोजित किया जाएगा और ‘प्री -प्लेसमेंट’ बातचीत सुबह 11 बजे से दिल्ली के मैदान गढ़ी स्थित इग्नू परिसर में मौजूद बाबा साहेब आंबेडकर सम्मेलन केंद्र में होगी।
नौकरी देने के लिए एअर इंडिया एसटीएएस और अपतारा इग्नू परिसर आ रही हैं। एअर इंडिया एसएटीएस विद्यार्थियों को ग्राहक सेवा कार्यकारी के पद के लिए 22,520 रुपए और अन्य सुविधाएं देगी। स्नातक उपाधि प्राप्त और 28 साल से कम आयु विद्यार्थी इस पद के लिए आवेदन कर सकते हैं। चयन दो चरणों पर आधारित होगा: समूह चर्चा और साक्षात्कार।
इसके अलावा विद्यार्थी अपतारा में कापी एडिटर और तकनीकी लेखक के स्थायी पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं। इन दो पदों पर आवेदन करने के लिए अंग्रेजी भाषा पर अच्छी पकड़ और स्नातक होना आवश्यक है। आवेदन करने वाले विद्यार्थियों की आयु 18 से 45 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
बिना फीस और छात्रावास खर्च के दिल्ली विश्वविद्यालय में पढ़ सकेंगे अनाथ बच्चे
अनाथ बच्चों के लिए बिना खर्च के उच्च शिक्षा के द्वार खोलते हुए दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) ने अपने शताब्दी वर्ष में अहम निर्णय लिया है। विश्वविद्यालय की सभी कक्षाओं में अनाथ बच्चों के लिए सीटों के आरक्षण का प्रावधान भी किया है। इससे हर साल उन हजारों अनाथ बच्चों को उच्च शिक्षा का मौका मिल सकेगा जो आर्थिक अभाव में चाह कर भी अपनी पढ़ाई जारी नहीं रख सकते।
इस आशय का निर्णय गत दिवस आयोजित कार्यकारी परिषद की बैठक में लिया गया है। डीयू के कुलपति प्रो. योगेश सिंह के मुताबिक विश्वविद्यालय के सभी कालेजों और विभागों में अनाथ बच्चों के लिए स्नातक और स्नातकोत्तर दोनों स्तरों पर सभी कक्षाओं में एक-एक सीट आरक्षित होगी। आरक्षित सीटों पर दाखिला पाने वाले बच्चों की पढ़ाई और छात्रावास फीस पूरी तरह से माफ होगी। विश्वविद्यालय या इसके महाविद्यालयों में ऐसे विद्यार्थियों के प्रवेश और अध्ययन को जारी रखने के लिए किया गया खर्च विश्वविद्यालय कल्याण कोष या महाविद्यालय छात्र कल्याण कोष से पूरा किया जाएगा।
आइआइटी मद्रास में होगी ‘व्यक्तिगत और पेशेवर विकास’ की पढ़ाई
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) मद्रास ‘व्यक्तिगत और पेशेवर विकास’ में एक ‘माइनर स्ट्रीम’ की शुरुआत कर रहा है। माइनर स्ट्रीम की योग्यता पूरी करने के लिए स्नातक विद्यार्थियों को विभिन्न पाठ्यक्रमों का एक समूह चुनना पड़ेगा। इस स्ट्रीम के पाठ्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों के व्यक्तिगत और पेशेवर विकास में सहायता करना है। आइआइटी मद्रास के सीनेट ने हाल में ‘व्यक्तिगत और पेशेवर विकास’ में एक माइनर स्ट्रीम शुरू करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है।
‘माइनर स्ट्रीम’ का मकसद विद्यार्थियों के लिए गहन, अनुभव और मनोरंजन प्रधान पाठ्यक्रम का विकास कर उनके व्यक्तिगत, सामाजिक और नेतृत्व कौशल को निखारना है ताकि वे अपनी पूरी क्षमता का परिचय और राष्ट्र निर्माण में योगदान दें और दुनिया में पहचान बनाएं। संस्थान में पहले से ही ‘व्यक्तिगत और पेशेवर विकास’ और नेतृत्व कौशल के विकास के लिए कई पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं। इनमें सालाना लगभग 1,500 विद्यार्थी पंजीकृत होते हैं। नया ‘माइनर स्ट्रीम’ के माध्यम से संस्थान द्वारा विद्यार्थियों की संस्कृति, उनकी प्रतिभा और नेतृत्व कौशल बढ़ाने के प्रयास तेज होंगे और उनके समग्र विकास का लक्ष्य पूरा होगा।
एक साल में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय की छवि बदली : कुलपति
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) की कुलपति शांतिश्री डी पंडित के मुताबिक एक साल में विश्वविद्यालय की छवि बदली है और विश्वविद्यालय के समुदाय ने दिखाया है कि यह ‘राष्ट्रवादी, रचनात्मक व समावेशी’ है। पिछले कुछ सालों में कुछ विद्यार्थियों पर भारत विरोधी बयान देने और सांप्रदायिक दंगों में शामिल होने का आरोप लगाया गया और विश्वविद्यालय की छवि ‘राष्ट्र विरोधी’ के तौर पर बना दी गई।
जेएनयू के कुलपति के रूप में एक साल का कार्यकाल पूरा करने वाली शांतिश्री ने कहा कि लेकिन अब जेएनयू अकादमिक नवोन्मेष और अनुसंधान उत्कृष्टता के रूप में लौट आया है। इस साल, जेएनयू समुदाय ने दिखाया कि यह राष्ट्रवादी, रचनात्मक और समावेशी है। मेरी टीम और फैकल्टी के लिए अकादमिक नेतृत्व मायने रखता है।
