देशद्रोह के आरोपी जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के दो छात्र उमर खालिद और अनिर्बन भट्टाचार्य ने मंगलवार देर रात समर्पण कर दिया। यह जानकारी दक्षिणी दिल्ली के अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त सुरेंद्र कुमार ने दी। उन्होंने बताया कि जेएनयू के ये दोनों छात्र अपने साथियों और समर्थकों के साथ वसंत विहार थाने में पहुंचे हैं। सुरक्षा की दृष्टि से इन्हें किसी दूसरी जगह रखा जाएगा। इससे पहले, जेएनयू के आरोपी छात्रों ने हाई कोर्ट से राहत पाने की कोशिश की थी, पर दिल्ली हाई कोर्ट ने देशद्रोह के आरोपी जेएनयू के उमर खालिद और अनिर्बन भट्टाचार्य को मंगलवार को समर्पण करने को कहा और उनको गिरफ्तारी से बचने से कोई राहत देने से इनकार कर दिया।
गिरफ्तारी से राहत का आदेश देने से इनकार करते हुए अदालत ने कहा कि दोनों याचिकाकर्ता अपने समर्पण के बारे में तारीख, स्थान और समय का गोपनीय ब्यौरा अदालत को दें। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे। हाई कोर्ट बुधवार को इन दोनों छात्रों की उस याचिका पर सुनवाई करेगा, जिसमें उन्होंने समर्पण के दौरान सुरक्षा की मांग की है।
(देखिए, रविवार रात जेएनयू में कैसे बीती उमर खालिद की रात)
उमर खालिद: कन्हैया कुमाेर के बाद उमर खालिद काफी चर्चा में हैं। जेएनयू के छात्र उमर खालिद पर देशद्रोह का आरोप है। उमर जेएनयू के स्कूल ऑफ सोशल साइंस के छात्र हैं और वहां से इतिहास में पीएचडी कर रहे हैं। उन्होंने इसी विषय में जेएनयू से ही मास्टर्स और एमफिल की डिग्री हासिल की है। वे जेएनयू के ताप्ती हॉस्टल के कमरा नंबर 168 में रहते हैं। डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स यूनियन (डीएसयू) से जुड़े 28 वर्षीय खालिद अपने परिवार के साथ दिल्ली के जाकिर नगर में रहते हैं।
अनिर्बन भट्टाचार्य: जेएनयू के ब्रह्मपुत्र हॉस्टल में रहने वाले अनिर्बन सेंटर फॉर हिस्टोरिकल स्टडीज से पीएचडी कर रहे हैं। 2009 में जेएनयू के एमफिल पाठ्यक्रम में एडमिशन लेने वाले अनिर्बन भी डीएसयू के सदस्य है। अनिर्बन ने इस पूरे घटनाक्रम को राजनीतिक खेल बताया और कहा कि यहां कैंपस में संघ विचारधारा को लाने की कोशिश की जा रही है। अनिर्बन जेएनयू के ब्रह्मपुत्र हॉस्टल में रहते हैं।
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रामा नागा: जेएनयू स्टूडेंट्स यूनियन के जनरल सेक्रेटरी रामा नागा राजनीति विज्ञान में एफफिल कर रहे हैं। रामा पर आरोप है कि 9 फरवरी को अफजल गुरु वाले कार्यक्रम में उन्होंने नारे लगाए। उड़ीसा के रहने वाले रामा नागा ने हालांकि इससे इंकार किया है और कहा कि इस कार्यक्रम को ऑर्गनाइज कराने में जेएनयूएसयू की कोई भूमिका नहीं थी।
आशुतोष कुमार: जेएनयूएसयू के पूर्व अद्यक्ष रहे बिहार के आशुतोष कुमार ने कहा कि पिछले कुछ दिन हमारे लिए ट्रॉमा जैसे थे। हमारे परिवार परेशान थे और उन्हें धमकियां दी जा रही थीं। उन्होंने कहा, हम सबसे अधिक उमर के लिए परेशान थे क्योंकि मुस्लिम होने की वजह से वह सभी के निशाने पर था।
अनंत प्रकाश: जेएनयूएसयू के पूर्व अद्यक्ष रहे अनंत प्रकाश यहां पीएचडी स्कॉलर हैं। उन्होंने राजद्रोह के आरोप पर आश्चर्य जताते हुए कहा कि बिना जांच किए ही हमे निशाना बनाया जा रहा है।