जेएनयू विवाद शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। पिछले महीने की नौ तारीख से शुरू हुआ यह विवाद अब हर दिन नई करवट ले रहा है। ताजा मामला जेएनयू प्रोफेसर निवेदिता मेनन से जुड़ा हुआ है। प्रोफेसर मेनन का एक वीडियो कुछ दिनों से मीडिया व सोशल मीडिया पर चल रहा है। इसमें वह ‘आजादी’ के नारे को सही ठहराती दिख रही हैं। यह वीडियो जेएनयू में आजकल राष्ट्रवाद पर रोज लगने वाली क्लास का बताया जा रहा है। उनके इस बयान के लिए भारतीय जनता युवा मोर्चा (BJYM) ने उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई है। मोर्चा ने JNUSU अध्यक्ष कन्हैया कुमार के खिलाफ भी पुलिस शिकायत दी है। इसमें कहा गया है कि जमानत पर छूटे देशद्रोह के आरोपी कन्हैया ने कोर्ट में अंडरटेकिंग देने के बावजूद जेएनयू में भड़काऊ भाषण दिया। कन्हैया ने जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों पर बलात्कार करने का आरोप लगाया था। पुलिस का कहना है कि वह शिकायत को देख रही है।
मेनन जेएनयू की इंटरनेशनल स्टडीज स्कूल में कंपरेटिव पॉलिटिक्स और पॉलीटिकल थ्योरी पढ़ाती हैं। 22 फरवरी के इस वीडियो में मेनन कह रही हैं,’ टाइम और न्यूजवीक जैसी विदेशी मैगजींस में भारत के नक्शे में कश्मीर को अलग तरह से दिखाया जाता है। इन मैगजीन की कॉपियों पर हमेशा विवाद होता है। इन्हें जलाया जाता है। जब पूरी दुनिया भारत के कश्मीर पर अवैध अधिकार की बात करती है तो हमें सोचना होगा कि आजादी के समर्थन में लगाए जाने वाले नारे सही हैं।’
मेनन का यह वीडियो यूट्यूब पर कई अकाउंट्स के जरिए पोस्ट किया गया है। हमने कश्मीर ग्लोबल नाम के अकाउंट से यह वीडियो लिया है। हम इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं कर सकते।
भाजपा की छात्र यूनिट एबीवीपी ने मेनन के कथित बयान की निंदा की है। एबीवीपी की ओर से जारी बयान में जेएनयू छात्र संघ में इस बयान के खिलाफ प्रस्ताव लाने और मेनन से माफी मांगने की मांग की गई है। वहीं मेनन ने कहा है कि उन्हें नहीं लगता कि उन्होंने कुछ देश विरोधी कहा है।