हरियाणा के मुख्‍यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के पूर्व ओएसडी और हरियाणा हाउसिंग बोर्ड के चेयरमैन जवाहर यादव ने जेएनयू मामले पर लिखा अपना विवादित ट्वीट वापस ले लिया है। यादव ने लिखा था, ‘जेएनयू में जो महिलाएं राष्‍ट्रविरोधी नारे लगा रही थीं, उनके लिए मैं सिर्फ इतना ही कहना चाहूंगा कि आप लोगों से तो वेश्‍या भी बेहतर हैं, जो अपना शरीर बेचती हैं, लेकिन देश नहीं।’ जवाहर यादव ने अपने नए ट्वीट में लिखा, ‘मेरे द्वारा किए गए पिछले ट्वीट में किसी भी छात्रा की तुलना तवायफ से नहीं की गई है। बल्कि जो बहन और बेटियां मजबूरीवश वेश्‍यावृत्ति अपनाने पर मजबूर हो जाती हैं, उन्‍हें उन लड़कियों से बेहतर बताया गया है, जो जेएनयू के कैंपस में देशद्रोही नारे लगा रही थी और भारत की बर्बादी तक जंग चलाने की मांग कर रही थीं। वो वेश्‍याएं और तवायफ बहन-बेटियां भी उनसे बेतहर हैं, जो मजबूरीवश अपना शरीर तो बेच देती हैं, लेकिन भारत मां को नहीं बेचती।’ जवाहर यादव ने एक और ट्वीट में राहुल गांधी पर भी निशाना साधा है। उन्‍होंने राहुल गांधी से पूछा, ‘जेएनयू में राहुल गांधी देश भक्‍तों के समर्थन के लिए गए थे या देशद्रोहियों के लिए। राहुल गांधी जवाब दें?।’