आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सामुदायिक भागीदारी को मजबूत करने के उद्देश्य से जम्मू-कश्मीर पुलिस ने नई घोषणा की है। सोमवार को पुलिस ने सीमावर्ती जिले पुंछ में आतंकवादियों या उनके सहयोगियों की मौजूदगी या आवाजाही के बारे में विश्वसनीय जानकारी प्रदान करने वाले किसी भी व्यक्ति के लिए 5 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की। पुलिस ने कहा कि मुखबिरों की पहचान उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह गोपनीय रखी जाएगी।
पुलिस ने आम जनता से सतर्क रहने और किसी भी जानकारी की तुरंत रिपोर्ट करने का आग्रह किया, विशेष रूप से आतंकवादियों को भोजन, आश्रय या आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति करने या उन्हें रसद सहायता प्रदान करने में शामिल व्यक्तियों से संबंधित हो। पुलिस ने जनता से यह भी कहा कि वे आतंकवादियों के साथ संपर्क या संचार बनाए रखने वालों के बारे में उन्हें सूचित करें, चाहे वह सुरक्षा बलों की आवाजाही के बारे में जानकारी देना हो, वित्तीय सहायता प्रदान करना हो, आतंकवादी गतिविधियों के लिए भर्ती, नेटवर्किंग या समन्वय करना हो।
पुलिस की ओर से सोमवार को की गई घोषणा 10 नवंबर को दिल्ली में लाल किले पर हुए विस्फोट और जम्मू -कश्मीर पुलिस द्वारा इस घटना से कथित रूप से जुड़े एक आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किए जाने के बाद आई है।
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जम्मू-कश्मीर के एलजी ने की आतंकवाद को खत्म करने में जनता से सहयोग की मांग
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने आतंकवाद को खत्म करने में जनता से सहयोग की मांग करते हुए कहा, “लोगों को शांति के दुश्मनों के बारे में पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों को जानकारी देकर उन्हें बेनकाब करना चाहिए, ताकि समाज में छिपे पूरे आतंकी पारिस्थितिकी तंत्र को निष्प्रभावी किया जा सके और पड़ोसी देश के नापाक इरादों को करारा जवाब दिया जा सके।” उन्होंने लोगों से आतंकवादियों के समर्थकों के खिलाफ खड़े होने का आह्वान किया। साथ ही उन्होंने कहा कि समाज संदिग्ध आतंकवादी गतिविधियों को पहचानने और रिपोर्ट करने और कट्टरपंथी प्रयासों का मुकाबला करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
