झारखंड विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद चुनावी मैदान में एक ही परिवार के कई लोगों आपस में एक दूसरे के खिलाफ ताल ठोक रहे हैं। राज्य की मांडू विधानसभा सीट पर जहां तीन भाईयों के बीच मुकाबला है, वहीं गढवा से पति और पत्नी एक दूसरे के खिलाफ चुनाव मैदान में हैं। जबकि झरिया सीट पर देवरानी जेठानी के बीच मुकाबला है।
इन मुकाबलों के कारण चुनावी रोमांच अपने पूरे चरम पर है। मांडू विधानसभी सीट पर भाजपा की तरफ से जय प्रकाश पटेल मुकाबले में हैं। झारखंड मुक्ति मोर्चा की तरफ से यहां जय प्रकाश के बड़े भाई राम प्रकाश भाई पटेल को टिकट दिया है। झारखंड विकास मोर्चा ने चंद्र नाथ पटेल को अपना उम्मीदवार बनाया है।
ये तीनों उम्मीदवार सांसद व पूर्व विधायक स्व. टेकलाल महतो के परिवार से हैं। टेकलाल महतो झारखंड मुक्ति मोर्चा के बड़े नेता रहे हैं। जय प्रकाश और राम प्रकाश सगे भाई हैं। वहीं चंद्र नाथ पटेल उनके चचेरे भाई हैं। इन तीन भाईयों की निगाह यहां के कुर्मी वोटरों पर है। साल 2011 में पिता की मौत के जय प्रकाश ने यहां से उपचुनाव जीता था।
जय प्रकाश के ससुर मथुरा प्रसाद भी झारखंड के बड़े नेता रहे हैं। जानकारों का मानना है कि झामुमो छोड़कर अब भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले जय प्रकाश के लिए इस बार मुकाबला आसान नहीं होने जा रहा है। दूसरी तरफ गढ़वा विधानसभा सीट से पति और पत्नी निर्दलीय एक दूसरे खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं।
मनीष और प्रियंका ने साल 2013 में शादी की थी। पति मनीष ने बताया कि वह पिछले चार साल से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे। ऐन वक्त पर पत्नी ने भी चुनाव लड़ने का मन बना लिया। अब दोनों एक दूसरे के खिलाफ मुकाबले में हैं। प्रदेश की झरिया सीट से भाजपा ने वर्तमान विधायक संजीव सिंह की पत्नी रागिनी सिंह को चुनाव मैदान में उतारा है।
यहां कांग्रेस ने संजीव सिंह के चचेरे भाई स्व. नीरज सिंह की पत्नी पूर्णिमा सिंह को टिकट दिया है। रागिनी और पूर्णिमा आपस में देवरानी-जेठानी हैं। मालूम हो संजीव सिंह अपने चचेरे भाई नीरज सिंह की हत्या की साजिश रचने के आरोप में जेल में बंद हैं।