झारखंड में शनिवार को चाईबासा जिले में गांववालों ने पालतू पशुओं और अन्‍य जानवरों को चुराने के संदेह में दो युवकों की पीट-पीटकर हत्‍या कर दी। घटना चाईबासा जिले के जेटया थाना क्षेत्र की है। पुलिस ने इस मामले में रविवार को छह लोगों को गिरफ्तार किया है। बता दें कि कुछ दिन पहले ही लातेहार जिले में दो मुस्लिम युवकों को मारकर पेड़ से लटका दिया था।

पुलिस के अनुसार बड़ापासिया ग्राम पंचायत के उडाजो गांव के बृजमोहन लागुरी ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उनके दो छोटे भार्इ सनातन लागुरी, सुरजा लागुरी और चचेरे भाई शुक्र कोडा को गांव वालों ने पीट पीटकर मार डाला। उन पर लक्ष्‍मण लागुरी का बैल चुराने का आरोप था। उन्‍होंने 11 लोगों के खिलाफ एफआर्इआर दर्ज कराई थी। एफआईआर में अंकुर लागुरी, बोरजो लागुरी, सुभाष लागुरी, लक्ष्‍मण लागुरी, नांकी और बुधराम लागुरी के नाम हैं। गांव के मुखिया का नाम भी इसमें आ रहा है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है।

सब डिवीजनल पुलिस अधिकारी मनोज कुमार झा ने बताया कि सूचना मिलने के बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची। वहां से शुक्र कोडा 23 मार्च की रात को बच निकलने में सफल रहा । वहीं सनातन और सुरता के शव गांव से ढाई किलोमीटर दूर जंगल से बरामद किए गए। आरोपियों ने शवों को जलाने का प्रयास भी किया। सुरजा का शव थोड़ा सा जला हुआ था जबकि सनातन का शव पूरा जला हुआ था। जांच में खुलासा हुआ है कि लक्ष्‍मण का बैल एक महीने पहले चोरी गया था। उसे पास के गांव से बरामद किया गया। बतख, मुर्गी, बैल और अन्‍य पालतू जानवर के भी चोरी होने की शिकायतें आ रही थीं। गांववालों को मृतकों और उसके चचेर भाई पर शक था। 23 मार्च को उन्‍होंने शुक्र को पकड़ा और उसके हाथ-पैर बांध दिए। लेकिन वह भाग गया।

पुलिस ने बताया कि अगली रात को 20 लोगों ने सनातन और सुरजा को पकड़ लिया और उन्‍हें लाठियों से पीटा। इससे उनकी मौत हो गई। इसके बाद वे शवों को जंगल में ले गए। दोनों के शव को पोस्‍टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। आगे की जांच की जा रही है।