Indian Air Force Aerial Strike: जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआपीएफ के काफिले पर हुए हमले के बार 12 दिन बाद भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों पर हमला किया। बालाकोट स्थित जैश के सबसे बड़े ट्रेनिंग कैंप को पूरी तरह तबाह कर दिया। इस हमले में करीब 300 आतंकी मारे गए, जिसमें जैश प्रमुख मसूद अजहर का साला यूसूफ अजहर भी मारा गया। पहाड़ी पर घने जंगलों के बीच स्थित इस आतंकी शिविर में आत्मघाती हमलावरों को प्रशिक्षित करने का काम किया जाता था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत को यह खुफिया सूचना मिली कि जैश एक बड़े हमले आत्मघाती हमले की तैयारी में था। हमले के बाद भारत के विदेश सचिव ने कहा कि आगामी खतरे को देखते हुए यह स्ट्राइक बेहद ही जरूरी था। 1971 के बाद यह पहली बार है जब भारतीय सेना ने नियंत्रण रेखा को पार कर पाकिस्तान स्थित आतंकी ठिकानों को जमींदोज कर दिया।

न्यूज एजेंसी एएनआई ने धवस्त किए गए आतंकी ठिकानों की तस्वीर जारी की है। एएनआई ने इस तस्वीर का खुफिया सूत्रों के हवाले से प्राप्त बताते हुए लिखा, “पाकिस्तान के बालाकोट में भारतीय वायुसेना द्वारा ध्वस्त किया गया जैश-ए-मोहम्मद का ठिकाना।”

यह तस्वीर भी पाकिस्तान के बालाकोट की ही है। यहां भारतीय वायुसेना के मिराज द्वारा हमले में रखे गए गोला-बारूद नष्ट हो गए। यहां करीब 200 से ज्यादा एके राइफल, भारी मात्रा में हैंडग्रेनेड, विस्फोटक ओर डेटोनेटर रखे हुए थे।

यह तस्वीर उस आतंकी शिविर की है, जहां जिहादियों को प्रशिक्षण दिया जाता था। शिविर आम लोगों के रहने वाले जगह से दूर पहाडि़यों पर घने जंगल के बीच स्थित था, जिसे भारतीय वायुसेना ने नष्ट कर दिया। यहां सीढियों पर अमेरिका, इंग्लैंड और इजराइल के झंडे पेंट किए हुए थे।

भारतीय वायुसेना द्वारा किए गए हमले में जैश के मोहम्मद का संचालन करने वाले निशाने पर रहे। पहली तस्वीर मौलाना अम्मर की है जो कि अफगानिस्तान और कश्मीर विरोधियों से जुड़ा हुआ था। वहीं, दूसरी तस्वीर मौलाना टल्हा सैफ की है, जो मौलाना मसूद अजहर का भाई है।