लखीमपुर मामले को लेकर जदयू और कांग्रेस के प्रवक्ताओं के बीच एक टीवी डिबेट में तीखी बहस देखने को मिली। जदयू प्रवक्ता अजय आलोक ने इस मामले पर कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि सबूत के हिसाब से ही फैसले होंगे, राहुल और प्रियंका गांधी की मर्जी से फैसले नहीं होंगे।
कांग्रेस और किसानों का संगठन इस मामले में मांग कर रहे हैं कि गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को मंत्रिमंडल से बर्खास्त किया जाए। इसी को लेकर जदयू प्रवक्ता ने राहुल गांधी पर निशाना साधा। आजतक के एक डिबेट में अजय आलोक ने किसान नेताओं पर भी इस दौरान निशाना साधा। अलोक ने कहा कि इस देश में तो प्रधानमंत्री पुत्र भी देखा है जो सबलोगों को जेल में डाल दिया था, उसमें राकेश टिकैत के पिता महेंन्द्र सिंह टिकैत भी थे और आज उसी परिवार की गुलामी आप लोग कर रहे हैं।
आगे जदयू प्रवक्ता ने कहा कि चुनी हुई सरकार, सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के अनुसार काम कर रही है, उसपर भरोसा आपको नहीं हो रहा है। राहुल गांधी राष्ट्रपति के पास जा रहे हैं कि मंत्री का इस्तीफा हो जाना चाहिए। इन्हें राजनीति करनी है। लखीमपुर खीरी जिंदा रहना चाहिए, क्योंकि किसी की राजनीति चमकनी है। ये अब वो समय नहीं रहा जब, 10 जनपथ और तुगलक रोड से कानून चलेगा। न्याय अपना काम कर रहा है। आपको यकीन हो तो ठीक है, बीजेपी की कोर्ट मानिए… बीजेपी की सबचीज मानिए, ऐसे ही चलेगा। सबूत और साक्ष्य के हिसाब से ही फैसले होंगे। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की मर्जी से नहीं होंगे फैसले।
इसके बाद कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि अजय आलोक हमेशा हल्की बातें करते हैं। थोड़ी सी तो सीरियसनेस दिखाएं ये। आंखों के सामने लोग रौंदे गए हैं। थोड़ी तो सीरियस बात करें। हल्की बातें करके कहां ले जाते हैं डिबेट को। जिसके बाद अजय आलोक लगातार सुप्रिया को टोकते हुए बोलने लगे। इसके कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि इनकी बेवकूफी की बातों का मुझे नहीं जवाब देना है।
किसान नेता चौधरी पुष्पेंद्र सिंह ने पूछा – "गृह राज्यमंत्री की गिरफ्तारी क्यों नहीं हो रही है, वो बर्खास्त क्यों नहीं किये जा रहे हैं"
सबूत और साक्ष्य के हिसाब से ही फैसले होंगे, राहुल और प्रियंका गाँधी की मर्ज़ी से नहीं: जदयू प्रवक्ता @alok_ajay #हल्ला_बोल @anjanaomkashyap pic.twitter.com/Gu4dqFBU1r— AajTak (@aajtak) October 13, 2021
सुप्रिया ने कहा कि किसानों का रौंदना, इनको कबूल होगा, देश के जमीर को कबूल नहीं है। समझिए इस बात को, बवकूफी की बात करते हैं आप…, पिता मंत्री बने रहेंगे नतीजा निकल आएगा। जमीर मर गया है क्या आपका…
बता दें कि लखीमपुर मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे पर आरोप है कि उन्हीं की गाड़ियों ने किसानों को रौंदा है, जिसमें चार किसानों की मौत हो गई। जिसके बाद हिंसा भड़क उठी और तीन बीजेपी कार्यकर्ता समेत एक स्थानीय पत्रकार की मौत हो गई।