बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाजपा पर सीधा प्रहार करते हुए आज आरोप लगाया कि वह आगामी विधानसभा चुनाव में ‘जुमलों’ का सहारा लेगी, लेकिन हम अपने काम के सहारे लोगों के बीच जायेंगे।

आगामी सितंबर-अक्तूबर में संभावित बिहार विधानसभा चुनाव के पूर्व बिहार विधानमंडल के मॉनसून सत्र के समाप्त होने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुये नीतीश ने आज कहा कि बिहार विधानसभा के इस सत्र के बाद सभी सदस्य जनता के बीच जायेंगे और जनता फैसला करेगी।

उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा ‘‘अन्य लोग ‘जुमलों’ के सहारे जनता के बीच जायेंगे। फिर लोगों को झांसा देने की कोशिश करेंगे लेकिन हम तो अपने काम के सहारे ही लोगों के बीच जायेंगे।’’

नीतीश का इशारा भाजपा द्वारा पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री के देश में कालाधन वापस लाने पर प्रत्येक नागरिक को 15-20 लाख रूपये मिलने को ‘जुमला’ बताए जाने की ओर था।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार विधानमंडल के पांच कार्य दिवस वाले आज समाप्त हुए मॉनसून सत्र के बारे में कहा कि इस सत्र के दौरान काफी काम हुआ है। कई विधेयक पारित हुये हैं। बिहार लोक शिकायत निवारण विधेयक पारित हुआ, यह अति महत्वपूर्ण विधेयक था, जिसे दोनों सदनों में पारित किया गया है। अब लोगों को शिकायत निवारण का अधिकार इस कानून के द्वारा प्राप्त हो गया। इस बात की प्रसन्नता है कि इस कानून को लागू होने के बाद लोगों के शिकायतों का निवारण होगा।

उन्होंने कहा कि हमलोग पूरे सत्र में किसी भी विषय पर चर्चा करने के लिये तैयार थे लेकिन विपक्ष किसी भी मुद्दे पर चर्चा नहीं होने दिया। नीतीश ने कहा, ‘‘प्रश्नों के उत्तर होते, ध्यानाकर्षण के उत्तर होते, कुछ विषयों पर चर्चा होती लेकिन इस समय को विपक्ष ने गवां दिया। अब जो भी होना था, हो गया।’’