दिल्ली पुलिस पर पिछले साल 15 दिसंबर को आरोप लगे कि उसने जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी की लाइब्रेरी में घुसकर छात्रों संग मारपीट की। अब करीब दो महीने बाद जामिया की ओल्ड लाइब्रेरी का वीडियो फुटेज सामने आया है। वीडियो में नजर आ रहा है कि छात्र लाइब्रेरी में पढ़ाई कर रहे हैं और तभी अचानक पुलिस अंदर घुसी और लाइब्रेरी में पढ़ रहे छात्र की पिटाई कर दी। वीडियो सोशल मीडिया में भी खासा वायरल हो रहा है। 49 सेंकड का यह वीडियो शनिवार (15 फरवरी, 2020) को जामिया कॉर्डिनेशन कमेटी (JCC) ने जारी किया।
JCC का दावा है कि 15 दिसंबर को जब नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ आंदोलन हुआ तो पुलिस ने जामिया के अंदर पढ़ रहे छात्रों पर लाठियां बरसाईं। कमेटी ने वीडियो जारी कर कहा कि सीसीटीवी फुटेज में साफ झलक रहा है कि पुलिस प्रायोजित हिंसा को अंजाम दे रही है। छात्र अपनी परीक्षा की तैयारी कर रहे थे, तभी उनपर लाठियों की बारिश होने लगी। पुलिस की पिटाई में एक छात्र की आंख भी चली गई थी।
यहां देखें वीडियो-
जनसत्ता ऑनलाइन वीडियो की पुष्टि नहीं करता है।
वीडियो सामने आने पर दिल्ली पुलिस ने कहा कि वीडियो में कुछ नकाबपोश भी दिख रहे हैं। पुलिस का यह भी कहना है कि क्राइम ब्रांच को पहले ही मामले की जांच सौंप दी गई थी। सामने आए सभी वीडियो की जांच की जाएगी। बता दें कि JCC का जामिया यूनिवर्सिटी से कोई संबंध नहीं है और कमेटी सीएए और एनआरसी के खिलाफ जारी आंदोलनों को लीड कर रही है। कमेटी में जामिया के कई पूर्व छात्र शामिल हैं।
उल्लेखनीय है कि पुलिस पर आरोप है कि वो 15 दिसंबर की रात जबरन जामिया यूनिवर्सिटी में घुसी और छात्रों की पिटाई की। हालांकि पुलिस लगातार इन आरोपों से इनकार करती रही है। तब मामले में जामिया प्रशासन की तरफ से भी पुलिस के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई थी।
यूनिवर्सिटी के छात्र प्रशासन से दिल्ली पुलिस के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं। बता दें कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली सहित देश के विभिन्न हिस्सों में एनआरसी और सीएए का जबरदस्त विरोध हो रहा है। दिल्ली के शाहीन बाग में भी महिलाएं सीएए के खिलाफ धरने पर बैठी हैं।