Jaya Bachchan In Rajya Sabha: राज्यसभा से रिटायर हो रहे सांसदों में सपा सांसद जया बच्चन भी शामिल हैं, लेकिन बजट सत्र के दौरान जया बच्चन ने भरे हाउस में माफी मांगी। राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ पर कटाक्ष करने को लेकर वो सुर्खियों में रहीं हैं। जया बच्चन ने राज्यसभा से अपने विदाई भाषण के दौरान सदन के सभी सदस्यों से माफी मांगते हुए कहा कि वो गुस्सैल हैं, लेकिन उनका इरादा किसी को ठेस पहुंचाने का नहीं था।

जया बच्चन ने कहा, ‘लोग अक्सर मुझसे पूछते हैं कि मुझे गुस्सा क्यों आता है। यह मेरा स्वभाव है, मैं खुद को नहीं बदल सकती। अगर मुझे कोई बात पसंद नहीं आती या मैं उससे सहमत नहीं होती, तो मैं अपना आपा खो देती हूं।” उन्होंने कहा, “अगर मैंने आपमें से किसी के साथ अनुचित व्यवहार किया, या व्यक्तिगत हो गई तो इसके लिए मैं माफी मांगती हूं।”

राज्यसभा से रिटायर होने वाले सदस्यों के योगदान को याद करते हुए उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि उनके द्वारा साझा किए गए ज्ञान की बहुत याद आएगी और उनके जाने से एक खालीपन आ जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारे सम्मानित सहयोगियों की सेवानिवृत्ति निस्संदेह एक खालीपन छोड़ देगी। यह अक्सर कहा जाता है कि ‘हर शुरुआत का एक अंत होता है और हर अंत की एक नई शुरुआत होती है।”

मंगलवार को एक प्रश्न को छोड़ दिए जाने को लेकर कांग्रेस नेता पर धनखड़ की टिप्पणी पर जया बच्चन ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी। जिन्होंने कहा था कि यदि सदस्यों का मुद्दा समझाया गया होता तो वे समझ गए होते और वे “स्कूली बच्चे नहीं” हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सांसदों के साथ सम्मानपूर्वक व्यवहार किया जाना चाहिए।

थोड़ी देर बाद स्थिति को शांत करने की कोशिश करते हुए धनखड़ ने कहा कि उन्होंने संकेत दिया था कि प्रश्न संख्या 18, जिसे छोड़ दिया गया था, प्रश्न संख्या 19 का उत्तर पूरा होने के बाद लिया जाएगा। उन्होंने कहा, “इसे संयमित तरीके से उठाया जाएगा (और) कोई रास्ता निकालने की कोशिश की जाएगी। जया बच्चन जी बहुत वरिष्ठ सदस्य हैं और अगर उनकी कोई भावना है, तो यह मेरे प्रति गंभीर होना तय है।”

जया बच्चन ने सदन में अपने 20 सालों के अनुभव का जिक्र करते हुए कहा, ’20 साल जीवन का बहुत लंबा सफर होता है। मुझे कई खट्टे-मीठे अनुभव हुए हैं। सबसे अच्छा अनुभव यह रहा है कि मेरा परिवार बहुत बड़ा हो गया है। बच्चन ने कहा कि मैं कामना करती हूं कि यह सदन सदा समृद्ध होता रहे और यहां आने वाले विशेषज्ञों से लाभान्वित होता रहे।’