हरियाणा में जाट आंदोलन को लेकर शनिवार को भी हिंसा और आगजनी कई दूसरे इलाकों में फैल गई। सुरक्षा बलों की गोलीबारी में 7 और लोगों की मौत हो गई जबकि कई अन्य जख्मी हो गए। आंदोलन में मरने वालों की कुल संख्या छह हो गई है। राज्य के दूसरे इलाकों में हिंसा की आग फैल गई। हरियाणा रोडवेज की कई बसों, सात रेलवे स्टेशन, एक थाना और कुछ भवनों में आग लगा दी गई। वहीं रोहतक जिले के कुछ स्थानों पर पहुंचने के लिए सेना को हेलीकॉप्टर का प्रयोग करना पड़ा।
रोहतक में हरियाणा दुग्ध निगम के संयंत्र में आग लगा दी गयी है। आसपास के इलाकों के निवासियों से कहा गया है कि वे वहां से हट जाएं क्योंकि संयंत्र से गैस लीक होने की आशंका है। रोहतक, झज्जर, और भिवानी के अलावा पांच और शहरों में कर्फ्यू लगाया गया जिसमें जींद, हिसार और हांसी शामिल हैं। सोनीपत एवं गोहाना में भी कर्फ्यू लगाया गया है। सेना ने रोहतक और भिवानी जिलों में फ्लैग मार्च किया।
राज्य में रेल और सड़क परिवहन प्रभावित रहा जिस कारण दिल्ली, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर और चंडीगढ़ के लिए विभिन्न राष्ट्रीय राजमार्गों से सेवा बाधित रही। इसमें राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 44 (दिल्ली अंबाला) और एनएच 10 (दिल्ली हिसार फाजिल्का) भी बाधित रहा। रेल अधिकारियों ने कई रेलगाड़ियों को रद्द कर दिया। आधिकारिक बयान में कहा गया है कि सुरक्षा बलों की गोलीबारी में आज पांच लोगों की मौत हो गई।
रोहतक में अस्पताल के अधिकारियों ने शनिवार को बताया, ‘एक घंटे पहले पीजीआईएमएस में आज दो मृतकों को लाया गया। एक व्यक्ति गंभीर रूप से जख्मी था जिसका ऑपरेशन हुआ लेकिन कुछ मिनट पहले उसकी मौत हो गई।’ झज्जर सिविल अस्पताल के अधिकारी ने कहा, ‘एक व्यक्ति को झज्जर सिविल अस्पताल में लाया गया जिसकी मौत हो चुकी थी और उसके सिर में गोली के निशान थे।’ कैथल जिले में एक व्यक्ति की मौत हुई है। मृतकों में तीन की पहचान प्रवीण (झज्जर), कृष्ण (झज्जर) और नितिन (रोहतक) के रूप में हुई है।
हरियाणा में जाट आंदोलन से 800 से अधिक ट्रेनों के आवागमन प्रभावित हुए है। आंदोलनकारियों ने सात रेलवे स्टेशनों को आग लगा दी है। जिन रेलवे स्टेशनों को आग लगाई गई है उनमें झज्जर, बुद्ध खेड, जुलाना और पिल्लू खेडा स्टेशन शामिल हैं।
रेलवे के प्रवक्ता ने कहा कि पिल्लू खेड़ा में दो ट्रैक मशीनों को भी आग लगा दी गई है। मारूति सुजुकी इंडिया ने गुड़गांव एवं मानेसर में अपने दो संयंत्रों पर परिचालन निलंबित कर दिया है। इस पूरे आंदोलन में नया मोड़ आज उस वक्त आ गया जब जाटों और गैर-जाटों के बीच झड़पों की खबरें आईं। कैथल जिले और हिसार के हांसी इलाके में इन झड़पों में 10 लोग घायल हो गए।
आरक्षण की मांग को लेकर जाट प्रदर्शनकारियों की हिंसा को देखते हुए मुख्यमंत्री मनोहर खट्टर ने लोगों से शांति व्यवस्था बनाए रखने की फिर से अपील की और कहा कि सरकार समस्या का समाधान ढूंढेगी। अपने मंत्रिमंडल सहयोगियों और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा के बाद उन्होंने कहा, ‘इस तरह की घटनाओं से सौहार्दता खत्म होती है।’
प्रदर्शनकारियों से आंदोलन खत्म करने की अपील करते हुए खट्टर ने कहा कि सार्वजनिक संपति को नष्ट करने से कुछ हासिल नहीं होगा और अधिक संख्या में केंद्रीय बल राज्य में आ रहे हैं। जाट नेताओं ने ओबीसी श्रेणी के तहत जाटों को आरक्षण देने के लिए अध्यादेश लाए जाने तक आंदोलन खत्म करने से इंकार किया है।
गौरतलब है कि आरक्षण की मांग को लेकर चल रहे जाटों के आंदोलन से हरियाणा में हालात बिगड़ गए हैं। सैकड़ों ट्रेनों को कैंसल और डाइवर्ट करना पड़ा हीै। शनिवार को मोर्चा संभालने जा रही सेना को आंदोलनकारियों ने रोकने की कोशिश की। इसके बाद सेना को हेलिकॉप्टर्स की मदद से रोहतक पुलिस लाइन्स पहुंचाया गया।
शनिवार तड़के कुछ प्रदर्शनकारियों ने कैथल से बीजेपी सांसद के घर पर भी हमला बोल दिया। सांसद के मुताबिक, वह किसी तरह वहां से निकलने में कामयाब रहे। फिलहाल, रोहतक में सेना ने मोर्चा संभाल लिया है। यहां अब सात लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 60 से ज्यादा घायल बताए जा रहे हैं। वहीं, गृह मंत्री राजनाथ ने लोगों से शांति की अपील की है।