Jangpura (Delhi) Election/Chunav Result 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजों के बीच दिल्ली चुनाव का पहला बड़ा उलटफेर हो गया है। दरअसल, दिल्ली की VIP सीट बन चुकी जंगपुरा से पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया चुनाव हार गए हैं। यहां से बीजेपी के तरविंदर सिंह मारवाह ने चुनाव जीत लिया है। मारवाह ने सिसोदिया को करीब 600 वोटों के अंतर से हराया है।

हार के बाद क्या बोले सिसोदिया?

जंगपुरा से हार को स्वीकार करते हुए मनीष सिसोदिया ने कहा है कि मैं मारवाह जी को बधाई देता हूं और यह उम्मीद करता हूं कि वह आने वाले 5 साल क्षेत्र की जनता के लिए काम करेंगे। सिसोदिया ने इस दौरान कहा कि हम इन चुनावी परिणामों का विश्लेषण करेंगे और निष्कर्ष पर पहुंचेंगे। पार्टी कार्यकर्ताओं ने अच्छा संघर्ष किया। हम सभी की कड़ी मेहनत की सराहना करते हैं।

चौथी बार विधायक बने मारवाह

बता दें कि आम आदमी पार्टी ने मनीष सिसोदिया का पटपड़गंज से टिकट काटकर जंगपुरा भेजा था, लेकिन यहां उनकी हार हुई है। जंगपुरा से तरविंदर सिंह मारवाह चुनाव जीते हैं। दो साल पहले कांग्रेस से बीजेपी में आए मारवाह चौथी बार यहां से विधायक चुने गए हैं। इससे पहले वह कांग्रेस के टिकट पर 1998, 2003 और 2008 में विधायक रहे थे। जंगपुरा में दिल्ली के पूर्व मेयर फरहाद सूरी ने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था।

जंगपुरा विधानसभा सीट रिजल्ट Live Updates

बताना जरूरी होगा कि मनीष सिसोदिया इससे पहले के दो विधानसभा चुनाव में पटपड़गंज से चुनाव जीते थे लेकिन पिछली बार पटपड़गंज में उन्हें बीजेपी से कड़ी चुनौती मिली थी। शायद इसे देखते हुए ही मनीष सिसोदिया ने इस बार जंगपुरा सीट का रुख किया है। कथित आबकारी घोटाले में मनीष सिसोदिया 18 महीने तक जेल में रहे थे।

जंगपुरा विधानसभा चुनाव 2025 रिजल्ट

पार्टीप्रत्याशीरिजल्ट/वोट प्राप्त
आम आदमी पार्टीमनीष सिसोदिया34060 
तरविंदर सिंह मारवाहबीजेपी34632 
फरहाद सूरीकांग्रेस6866 

2013 में आप के टिकट पर जीते थे धीर

जंगपुरा विधानसभा सीट साउथ ईस्ट दिल्ली जिले में आती है। अगर यहां के पिछले कुछ चुनाव नतीजों की बात करें तो 2013 के विधानसभा के चुनाव में इस सीट से आम आदमी पार्टी के मनिंदर सिंह धीर को जीत मिली थी। उस चुनाव में धीर ने तरविंदर सिंह मारवाह को नजदीकी मुकाबले में हराया था। धीर को 29,701 वोट मिले थे जबकि मारवाह को 27,957। मारवाह को 1,744 वोटों के अंतर से हार मिली थी।

2015 और 2020 में यहां से आम आदमी पार्टी के ही उम्मीदवार रहे प्रवीण कुमार बड़े अंतर से चुनाव जीते थे। 2015 में प्रवीण कुमार ने बीजेपी उम्मीदवार मनिंदर सिंह धीर को 20450 वोटों से और 2020 में बीजेपी के टिकट पर लड़े इम्प्रीत सिंह बख्शी को 16063 वोटों से हराया था।

सालविजेता उम्मीदवार पराजित उम्मीदवार
2013 विधानसभा चुनावमनिंदर सिंह धीरतरविंदर सिंह मारवाह
2015 विधानसभा चुनाव प्रवीण कुमारमनिंदर सिंह धीर
2020 विधानसभा चुनाव प्रवीण कुमारइम्प्रीत सिंह बख्शी

लगातार दो चुनाव जीत चुकी है आप

आम आदमी पार्टी 2015 और 2020 के विधानसभा चुनाव में बड़े अंतर से जीत दर्ज कर चुकी है। 2013 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाई थी लेकिन तब यह सरकार सिर्फ 49 दिन ही चल सकी थी और केजरीवाल के इस्तीफा देने की वजह से गिर गई थी।

कांग्रेस ने लगाई थी जीत की हैट्रिक

दिल्ली में बीजेपी अब तक केवल एक बार सरकार बना पाई है। पहली बार दिल्ली विधानसभा के चुनाव 1993 में हुए थे। तब बीजेपी ने मदन लाल खुराना के नेतृत्व में सरकार बनाई। हालांकि सत्ता लंबे समय तक बीजेपी के पास नहीं रह सकी। 1998 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने बीजेपी को हराकर सत्ता पर कब्जा जमाया। इसके बाद से कांग्रेस ने दिल्ली की राजनीति पर अपनी पकड़ मजबूत बना ली और लगातार तीन बार (1998, 2003 और 2008) शीला दीक्षित के नेतृत्व में सरकार बनाई।

2013 में दिल्ली की राजनीति में बड़ा बदलाव आया, जब आम आदमी पार्टी ने पहली बार विधानसभा का चुनाव लड़ा। 2013 के चुनाव में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला लेकिन आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस के समर्थन से सरकार बनाई। हालांकि, यह सरकार महज 49 दिनों तक ही चली, क्योंकि अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।

इसके बाद 2015 और 2020 के चुनावों में आम आदमी पार्टी ने जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए कांग्रेस और बीजेपी, दोनों को काफी पीछे छोड़ दिया। इन चुनावों में कांग्रेस का प्रदर्शन बेहद खराब रहा। 2015 और 2020 के दोनों चुनावों में कांग्रेस एक भी सीट नहीं जीत सकी।