प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर को जेड मोड़ टनल की सौगात दे दी है। इस मौके पर उन्होंने ना सिर्फ मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के साथ मंच साझा किया बल्कि उन्होंने अपने संबोधन में कई मौकों पर उनका जिक्र भी किया। सामने से उमर अब्दुल्ला ने भी पीएम मोदी की जमकर तारीफ की, उन्होंने जिक्र किया कि मोदी ने किस तरह से अपना वादा निभाया।

उमर अब्दुल्ला ने पीएम मोदी पर क्या बोला?

सीएम उमर अब्दुल्ला ने कहा कि आपने (प्रधानमंत्री मोदी) अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर श्रीनगर में अपने कार्यक्रम के दौरान 3 बहुत महत्वपूर्ण बातें कहीं। आपने कहा कि आप दिल की दूरी और दिल्ली से दूरी को खत्म करने पर काम कर रहे हैं और यह वास्तव में आपके काम से साबित होता है… उस दौरान आपने जम्मू कश्मीर के लोगों से कहा था कि बहुत जल्द चुनाव होंगे और लोगों को अपने वोट के जरिए अपनी सरकार चुनने का मौका मिलेगा। आपने अपनी बात रखी और 4 महीने के भीतर चुनाव हुए।

उमर अब्दुल्ला ने आगे कहा कि इस टनल का यहां के लोगों को बहुत समय से इंतजार था। इस टनल की वजह से अब लोगों को सर्दियों में सोनमर्ग छोड़कर निचले इलाकों में आने की जरूरत नहीं पड़ेगी…साल के 12 महीने यहां पर्यटन होगा। एक विंटर टूरिज्म की डेस्टिनेशन के तौर पर हम सोनमर्ग को विकसित कर पाएंगे।

पीएम मोदी ने उमर के बारे में क्या बोला?

अब उमर अब्दुल्ला ने जब इतनी गर्मजोशी से पीएम मोदी का स्वागत किया तो प्रधानमंत्री ने भी उनका जिक्र किया। अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि दो दिन पहले सीएम उमर अब्दुल्ला ने कुछ तस्वीरें इस जगह की सोशल मीडिया पर डाली थीं। उन तस्वीरों को देखकर यहां आने की मेरी इच्छा और ज्यादा प्रबल हो गई थी। सीएम ने आपको बताया था कि मेरा इस इलाके के साथ एक पुराना नाता रहा है। मुझे वो दिन याद आ रहे हैं जब मैं बीजेपी कार्यकर्ता की तरह काम करता था, बहुत टाइम बिताया है।

पीएम ने आगे बोला कि बात चाहे सोनमर्ग की हो, गुलमर्ग की हो या फिर बारामुला, कई किलोमीटर पैदल हम चला करते थे, भारी बर्फबारी के बीच चलते रहते थे। लेकिन लोगों की ऐसी गर्मजोशी थी कि वो ठंड भी कभी महसूस नहीं हुई।

Z मोड़ टनल के क्या फायदा?

यह प्रोजेक्ट सोनमर्ग को पूरे साल के गंतव्य में बदलकर पर्यटन को बढ़ावा देगी, जिससे शीतकालीन पर्यटन, साहसिक खेल और स्थानीय आजीविका को बढ़ावा मिलेगा। साल 2028 तक पूरा होने के लिए निर्धारित जोजिला सुरंग के साथ, यह मार्ग की लंबाई को 49 किमी से घटाकर 43 किमी कर देगा और वाहनों की गति को 30 किमी/घंटा से बढ़ाकर 70 किमी/घंटा कर देगा, जिससे श्रीनगर घाटी और लद्दाख के बीच बिना रुके NH-1 कनेक्टिविटी सुनिश्चित होगी। जम्मू-कश्मीर की अगर ऐसी खबरें पढ़नी है तो यहां क्लिक करें