Pahalgam Terror Attack: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार जम्मू-कश्मीर में उधमपुर-श्रीनगर-बारामुला रेल लाइन Udhampur-Srinagar-Baramulla Rail Line (USBRL) की सुरक्षा को लेकर पुख्ता इंतजाम करने जा रही है। USBRL की पूरी रेल लाइन 272 किमी. लंबी है लेकिन इसमें से भी 111 किमी. लंबा कटरा-बनिहाल खंड (Katra-Banihal section) सुरक्षा के लिहाज से बेहद चुनौतीपूर्ण है।
इस सेक्शन में भारत की सबसे लंबी ट्रांसपोर्टेशन टनल, दुनिया का सबसे ऊंचा आर्च ब्रिज (चिनाब, 359मी.) और भारतीय रेलवे का पहला cable-stayed bridge भी शामिल है। 111 किलोमीटर के इलाके में 97 किमी. का हिस्सा सुरंग में है।
The Indian Express को मिली जानकारी के मुताबिक, इस पूरे क्षेत्र में सीआरपीएफ के जवान ऑटोमैटिक हथियारों और बुलेट प्रूफ जैकेट के साथ सुरक्षा में तैनात किया जाएगा। बताना होगा कि इस रेल लाइन के एक अहम हिस्से का उद्घाटन 19 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को करना था लेकिन तब खराब मौसम के कारण ऐसा नहीं हो सका।
9 मार्च को एक हाई लेवल सिक्योरिटी बैठक हुई थी। इस बैठक में इस रेल लाइन की सुरक्षा के लिए बेहद अहम सुझाव दिए गए थे। इन सुझावों में पूरी सुरंग में सीसीटीवी कैमरे लगाने और सीआरपीएफ कर्मियों को तैनात करने जैसे सुझाव अहम थे। रेल लाइन के बाकी हिस्सों में सुरक्षा के लिए जीआरपी और आरपीएफ के जवानों की तैनात की जाएगी।
‘पहलगाम के आतंकियों को चार बार ढूंढा, गोलीबारी भी हुई लेकिन…’,
पहलगाम आतंकी हमले के एक दिन बाद आरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारियों ने जम्मू-कश्मीर का दौरा किया और सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की। मौजूदा वक्त में संगलदान और बारामुला के बीच 184 किलोमीटर लंबे सेक्शन में ट्रेन चल रही है। साथ ही USBRL के 25 किमी. लंबे उधमपुर-कटरा खंड (Udhampur-Katra section) पर भी ट्रेनें चल रही हैं लेकिन कश्मीर घाटी अभी भी 63 किलोमीटर लंबे कटरा-संगलदान सेक्शन (Katra-Sangaldan section) से नहीं जुड़ी है।
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