Jammu Kashmir News: गुरुवार शाम जम्मू-कश्मीर के LG मनोज सिन्हा और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के साथ गृह मंत्री अमित शाह ने केंद्र शासित प्रदेश की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अहम मीटिंग की। इस बैठक में सुरक्षबलों से जुड़े कई अधिकारी भी मौजूद थे। मीटिंग में गृह मंत्री ने कहा कि निरंतर और समन्वित प्रयासों के कारण जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद का ‘ईको-सिस्टम’ लगभग समाप्त हो गया है।
अमित शाह ने कहा कि हम जल्द से जल्द ‘आतंकवाद मुक्त जम्मू-कश्मीर’ का लक्ष्य हासिल करेंगे और इसके लिए सभी संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे। मीटिंग के दौरान अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर में ‘आतंकवाद को पूरी तरह समाप्त’ करने की योजनाओं को मिशन मोड में लागू करने पर जोर दिया।
उमर अब्दुल्ला ने राज्य का दर्जा बहाल करने पर चर्चा की
न्यूज एजेंसी भाषा की रिपोर्ट के अनुसार, जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात में राज्य का दर्जा जल्द बहाल करने पर भी बात की। उमर अब्दुल्ला ने 16 अक्टूबर को UT का मुख्यमंत्री बनने के बाद दूसरी बार अमित शाह से मुलाकात की है।
30 मिनट चली मीटिंग के बाद जम्मू-कश्मीर मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि बातचीत “सौहार्दपूर्ण तरीके से” हुई। उन्होंने कहा, “हमें हमेशा बेहतर माहौल में काम करने की उम्मीद है ताकि आवाम को इसका लाभ मिल सके।”
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मीडिया से बातचीत में उमर अब्दुल्ला ने गृह मंत्री को UT की स्थिति और पिछले दो महीनों में उनकी सरकार के अनुभव के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा, “हां, मैंने गृह मंत्री के समक्ष राज्य का दर्जा शीघ्र बहाल करने का मुद्दा उठाया।” उन्होंने कहा, “हमें उम्मीद है कि जल्द ही जम्मू कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल कर दिया जाएगा।”
यह पूछे जाने पर कि क्या बातचीत में केंद्र शासित प्रदेश में आतंकवाद की स्थिति पर भी चर्चा हुई, उन्होंने कहा कि सुरक्षा और कानून व्यवस्था LG की जिम्मेदारी है। अब्दुल्ला ने कहा, “मैंने हमेशा कहा है और मैंने गृह मंत्री से कहा है कि ‘आप उग्रवाद और आतंकवाद से वैक्यूम में नहीं लड़ सकते, आपको J&K की जनता को विश्वास में लेना होगा….उन्हें भी इस लड़ाई में शामिल करना होगा और इसके लिए आपको उनके निर्वाचित प्रतिनिधियों और उनकी निर्वाचित सरकार को विश्वास में लेना होगा।”
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