जम्मू कश्मीर के श्रीनगर में बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में जुटे आत्मघाती हमलावर को सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में मार गिराया। इसके साथ ही सुरक्षाबलों ने दक्षिण कश्मीर के कुलगाम में गुरुवार को एक ऑपरेशन के तहत दो आतंकियों को ढ़ेर कर दिया। जिसमें एक हिजबुल मुजाहिदीन का जिला कमांडर भी था।

कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार ने ट्वीट कर जानकारी देते हुए कहा कि श्रीनगर में मुठभेड़ में मारे गए आतंकवादी की पहचान पुलवामा के ख्रेव के आमिर रियाज के तौर पर हुई है। जो घोषित आतंकवादी संगठन मुजाहिदीन गजवत उल हिंद का सदस्य था। वह लेथपोरा आतंकवादी हमले के एक आरोपी का रिश्तेदार था और उसे आत्मघाती हमला करने का काम सौंपा गया था। फरवरी 2019 में पुलवामा के लेथपोरा में हुए आत्मघाती हमले में केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के 40 जवान शहीद हो गए थे।

यह मुठभेड़ श्रीनगर के बेमिना इलाके की हमदानिया कॉलोनी इलाके में बृहस्पतिवार शाम शुरू हुई थी। मुठभेड़ स्थल से आतंकवादी का शव और एक एके राइफल तथा कुछ गोला बारूद बरामद हुआ। कश्मीर के आईजी विजय कुमार ने एनकाउंटर को लेकर कहा कि आज की मुठभेड़ में मारे गए आतंकियों को मिलाकर अब तक हम 133 आतंकियों को मार चुके हैं, जिसमें आतंकियों के बहुत से कमांडर भी शामिल है। हमने लगभग 39 आतंकियों को जिंदा भी पकड़ा है।

इस बीच पुलिस ने यह भी बताया कि कुलगाम हमले में मारे गए दो आतंकवादियों में से एक हिजबुल मुजाहिदीन का जिला कमांडर है। पुलिस ने ट्वीट करते हुए लिखा कि मारे गए आतंकवादियों की पहचान हिजबुल मुजाहिदीन के जिला कमांडर शिराज मोल्वी और यावर भट के तौर पर हुई है। उन्होंने बताया कि शिराज 2016 से सक्रिय था और युवाओं को आतंकवादी संगठनों में शामिल करने में उसकी मुख्य भूमिका थी। वह कई आम नागरिकों की हत्या के मामलों में भी शामिल था।

कश्मीर के आईजी विजय कुमार ने यह भी कहा कि आतंकवादियों का मारा जाना हमारे लिए एक बड़ी सफलता है। कुलगाम के चावाल्गम में आतंकवादियों की मौजूदगी की खुफिया जानकारी मिलने के बाद बृहस्पतिवार को सुरक्षाबलों ने इलाके की घेराबंदी करने के बाद तलाश अभियान शुरू किया था। उसके बाद ही यह मुठभेड़ शुरू हुई। (भाषा इनपुट्स के साथ)